Baba Baukhnag Devta: 17 दिनों के रेस्क्यू के बाद आखिरकार उत्तरकाशी में सिलक्यारा टनल में फंसे 41 मजदूरों को बाहर निकाल ही लिया गया। हादसे को स्थानीय लोग ईष्ट देवता भगवान बौख नाग देवता (Baba Baukhnag Devta) का प्रकोप मान रहे थे। उनका मानना है कि कंपनी ने भगवान का मंदिर बनाने का वादा किया, लेकिन बनाया नहीं। इसके साथ ही ग्रामीणों का बनाया छोटा मंदिर भी तोड़ दिया। इसके बाद ही दुर्घटना हो गई। ये देवता का प्रकोप है।
क्या है दावा? : यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर निर्माणाधीन सिलक्यारा सुरंग हादसे को स्थानीय लोग 'बाबा बौखनाग देवता' का प्रकोप होने का दावा कर रहे हैं जिनके मंदिर को दिवाली से कुछ दिन पहले निर्माण कंपनी ने तोड़ दिया था।