दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) की एक अन्य रिपोर्ट में पाया गया कि बेसमेंट में पानी भर जाने के कारण वहां लगा बायोमेट्रिक द्वार काम नहीं कर रहा था जिसके कारण अभ्यर्थियों की मौत हुई और उन्हें निकालने में देरी हुई। रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि कोचिंग सेंटर की इमारत के सुरक्षा कर्मचारियों ने कोई सतर्कता नहीं बरती, जिसके चलते पानी बिना रुके पार्किंग क्षेत्र को पार कर बेसमेंट में घुस गया।