ऑपरेशन सिन्दूर की विशिष्ट ज़रूरतों, दुश्मन की संभावित क्षमताओं और भौगोलिक परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए राफेल एक बेहतरीन विकल्प साबित हुआ। इसकी लंबी दूरी की मारक क्षमता, बहु-भूमिका निभाने की क्षमता, उच्च गति और भारी भार वहन क्षमता ने इसे इस ऑपरेशन के लिए सबसे उपयुक्त लड़ाकू विमान बना दिया। राफेल और स्कैल्प मिसाइल की जोड़ी ने ऑपरेशन सिन्दूर को सफलता पूर्वक अंजाम देने में महत्वपूर्ण योगदान दिया, जिससे भारतीय वायुसेना की ताकत और आधुनिकता एक बार फिर साबित हुई। यह चुनाव न केवल सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण था, बल्कि इसने यह भी दर्शाया कि भारत अपनी रक्षा जरूरतों को पूरा करने के लिए आधुनिकतम तकनीक और उपकरणों को अपनाने के लिए प्रतिबद्ध है।