सबके लिए टीकाकरण नहीं, Coronavirus Vaccine का उद्देश्य 'चाहत' नहीं 'जरूरत'

Webdunia
मंगलवार, 6 अप्रैल 2021 (17:50 IST)
नई दिल्ली। भारत में कोरोनावायरस के लगातार बढ़ते मामलों के बीच केन्द्र सरकार ने कहा कि देश में कोविड-19 महामारी की तीव्रता बढ़ी है। पिछली बार के मुकाबले महामारी तेजी से फैल रही है। कह सकते हैं कि हालात पिछली बार से ज्यादा खराब है। उल्लेखनीय है कि भारत में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1 करोड़ 26 लाख 86 हजार 49 हो गई है। 
 
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि महामारी की दूसरी लहर को नियंत्रित करने के लिए लोगों की भागीदारी महत्वपूर्ण है और अगले 4 सप्ताह हमारे लिए काफी विकट हैं। मंत्रालय ने कहा कि कोविड-19 के टीकाकरण को वैज्ञानिक तरीके से तेज करना होगा। महाराष्ट्र, गुजरात, पश्चिम बंगाल उन राज्यों में शामिल हैं, जहां अधिकतम टीकाकरण हुआ है।
 
सभी के लिए टीकाकरण के मुद्दे पर स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि बहुत से लोग पूछते हैं कि हमें सभी के लिए टीकाकरण क्यों नहीं खोल देना चाहिए। उन्होंने कहा कि टीकाकरण अभियान के दो प्रमुख उद्देश्य हैं- पहला, मौतों को रोकना और दूसरा, स्वास्थ्य सेवा प्रणाली की रक्षा करना। दरअसल, वैक्सीन उन लोगों को दी जा रही है, जिन्हें इसकी जरूरत है न कि जो इसे लगवाना चाहते हैं। 
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Many people ask why shouldn't we open vaccination for all. There are two aims of such vaccination drives -- to prevent deaths & protect healthcare system. The aim is not to administer the vaccine to those who want it but to those who need it: Union Health Secy Rajesh Bhushan pic.twitter.com/FCqiW93qsG

— ANI (@ANI) April 6, 2021 >
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक कोविड-19 के दैनिक अत्यधिक मामलों और मौत के आंकड़ों के लिहाज से महाराष्ट्र, पंजाब और छत्तीसगढ़ में स्थिति सबसे अधिक चिंताजनक बनी हुई है। साथ ही सर्वाधिक बुरी तरह कोरोना प्रभावित 10 जिलों में छत्तीसगढ़ का दुर्ग भी शामिल है। अन्य जिलों में महाराष्ट्र के 7, कर्नाटक का एक जिला और दिल्ली भी शामिल है। 
 
उल्लेखनीय है कि देश में लगातार 27 दिनों से नए मामलों में बढ़ोतरी के साथ ही उपचाराधीन मामलों की संख्या भी बढ़कर 7 लाख 88 हजार 223 हो गई, जो कुल मामलों का 6.21 प्रतिशत है। देश में 12 फरवरी को सबसे कम 1 लाख 35 हजार 926 उपचाराधीन मामले थे, जो उस समय के कुल मामलों का 1.25 प्रतिशत था।
 
देश में 1 करोड़ 17 लाख 32 हजार 279, लोग अभी तक संक्रमण मुक्त हो चुके हैं। हालांकि मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर में गिरावट आई है और वह अब 92.48 प्रतिशत है। वहीं, कोविड-19 से मृत्यु दर 1.30 प्रतिशत है।