केंद्र में आने से पहले कुमार के मंत्रिमंडल में अपनी सेवाएं दे चुके चौबे ने कहा कि वह जनता दल (यूनाइटेड) के प्रमुख नीतीश कुमार को दिवंगत जगजीवन राम के बाद बिहार से दूसरे उपप्रधानमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं। राजग में नीतीश कुमार का उल्लेखनीय योगदान है। वह गठबंधन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हाथ मजबूत कर रहे हैं। मेरी व्यक्तिगत इच्छा है कि उन्हें उपप्रधानमंत्री बनाया जाए।
चौबे ने कहा कि यदि यह इच्छा पूरी हुई तो बिहार बाबू जगजीवन राम के बाद अपनी धरती के दूसरे बेटे को इस पद पर आसीन होते देखेगा। गौरतलब है कि बिहार में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने हैं। मीडिया के वर्ग में अटकलें हैं कि भाजपा द्वारा 74 वर्षीय नीतीश कुमार को सम्मानजनक विदाई की पेशकश की जा सकती है।
दिवंगत सुशील कुमार मोदी जैसे भाजपा नेताओं ने तो यहां तक दावा किया था कि कुमार उपराष्ट्रपति बनना चाहते थे और इस शीर्ष संवैधानिक पद के लिए उनके नाम पर विचार न किए जाने के विरोध में उन्होंने 2022 में राजग छोड़ दिया था। हालांकि, चौबे की टिप्पणी को जदयू के साथ ही राजद ने भी ज्यादा तवज्जो नहीं दी।
राजद प्रवक्ता एजाज अहमद ने चौबे पर निशाना साधते हुए उन्हें भाजपा का स्वयंभू प्रवक्ता कहा, जिन्हें उनकी अपनी पार्टी ने ही दरकिनार कर दिया है, जो उन्हें या उनके बेटे को जगह देने को तैयार नहीं है। राजद नेता ने कहा कि बेशक, भाजपा नीतीश कुमार से छुटकारा पाना चाहती है। लेकिन चौबे को यह समझना चाहिए कि मुख्यमंत्री की कुर्सी पर हमारे नेता तेजस्वी यादव काबिज होंगे।