2,000 वर्ष से अधिक समय से वाईन एक अभिजात्य पेय है। हाल के समय में इसमें काफी कुछ बदलाव आए हैं लेकिन लोगों की प्रवृत्ति में कोई बदलाव नहीं आया है। उनके अनुसार वाईन भारत में एक झक की तरह कभी-कभार ले ली जाती है। यह किसी कड़क शराब की तरह का बराबर का शौक नहीं है। (भाषा)