केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) की ओर से शनिवार शाम चार बजे गत 24 घंटे के आधार पर जारी बुलेटिन के मुताबिक देश के 13 ऐसे शहर हैं जहां की औसत वायु गुणवत्ता 400 के पार है जो ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है। इन शहरों में सबसे अधिक 7 शहर उत्तर प्रदेश के, 5 हरियाणा के और एक बिहार का है।
उत्तर प्रदेश में गाजियाबाद का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक सबसे अधिक 453 दर्ज किया गया। बुलंदशहर में 446, हापुड़ में 444, ग्रेटर नोएडा में 438, बागपत में 435, नोएडा में 432, लखनऊ में 422, कानपुर में 379, मेरठ में 371 और वाराणसी में 328 औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक दर्ज किया गया।
हरियाणा के फतेहाबाद में सबसे खराब स्थिति रही और यहां वायु गुणवत्ता सूचकांक 493 रहा। हिसार में 490, जींद में 459, कैथल में 408, फरीदाबाद में 404, बल्लभगढ़ में 395, पानीपत में 389, कुरुक्षेत्र में 381, भिवानी में 378, अंबाला में 376, पलवल में 369, रोहतक में 367, गुरुग्राम में 364, करनाल में 361, यमुनानगर में 345, मंडीखेड़ा में 324 और मानेसर में 316 औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक दर्ज किया गया।
बिहार में पटना की स्थिति सबसे खराब रही, यहां औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 428 दर्ज किया गया जो ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है। दूसरे स्थान पर मुजफ्फरपुर रहा जहां पर वायु गुणवत्ता सूचकांक 382 के साथ ‘बहुत खराब’ श्रेणी है।
सीपीसीबी के मुताबिक पंजाब में सबसे खराब स्थिति बठिंडा की रही जहां वायु गुणवत्ता सूचकांक 308 दर्ज किया गया। वहीं लुधियाना में औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 305 दर्ज किया जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है। मध्यप्रदेश में सिंगरौली में वायु गुणवत्ता सूचकांक 384 के साथ रहा। यह प्रदेश का एकमात्र शहर है जहां पर वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में रही।