Wrestlers Protest : गृहमंत्री अमित शाह से बातचीत के बाद बुधवार को पहलवान साक्षी मलिक, विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया नौकरी पर पहुंच गए। हालांकि उन्होंने साफ कहा कि हम आंदोलन से नहीं हटे हैं। इंसाफ मिलने तक लड़ाई जारी रहेगी।
साक्षी मलिक ने ट्वीट कर कहा कि इंसाफ की लड़ाई में ना हम में से कोई पीछे हटा है, ना हटेगा। सत्याग्रह के साथ साथ रेलवे में अपनी जिम्मेदारी को साथ निभा रही हूँ। इंसाफ मिलने तक हमारी लड़ाई जारी है।
भाजपा सांसद और WFI के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे पहलवानों ने शनिवार रात करीब 11 बजे गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। बताया जा रहा है कि डेढ़ घंटे तक चली मुलाकात के बाद पहलवानों ने यह फैसला किया।
मीडिया खबरों के अनुसार, गृह मंत्री ने मुलाकात के दौरान पहलवानों को बिना भेदभाव के पूरी जांच का भरोसा दिया। उन्होंने कहा कि इस मामले में कानून अपना काम करेगा। उन्होंने पहलवानों से यह भी पूछा कि क्या पुलिस को अपने काम करने का समय नहीं देना चाहिए?
उल्लेखनीय है कि दिल्ली पुलिस ने बृजभूषण के खिलाफ दो प्राथमिकयां दर्ज की हैं जिनमें पहली एक नाबालिग पहलवान के आरोपों के आधार पर पोक्सो (बाल यौन अपराधों से संरक्षण) के तहत दर्ज की गई है। दूसरी प्राथमिकी में शीलभंग करने संबंधी आरोप लगाए हैं। इसके अलावा भी पुलिस को बृजभूषण के खिलाफ 10 शिकायतें मिली है।
पहलवान इस मामले में बृजभूषण की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। उन्होंने सरकार पर पहलवानों की अनदेखी का आरोप लगाते हुए अपने मेडल गंगा में बहाने की धमकी दी थी। वे मेडल बहाने हरिद्वार भी पहुंच गए थे लेकिन किसान नेता नरेश टिकैत की अपील पर उन्होंने अपना फैसला वापस ले लिया था। टिकैत ने कहा था कि खाप पंचायतें उनकी लड़ाई लड़ेगी।