स्मार्टफोन बनाने के लिए 'शियोमी' का फॉक्सकॉन से करार

सोमवार, 10 अगस्त 2015 (23:17 IST)
विशाखापट्टनम। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मेक इन इंडिया पहल में शामिल होते हुए चीन की मोबाइल हैंडसेट कंपनी शियोमी ने ताइवान की इलेक्टॉनिक विनिर्माता कंपनी फॉक्सकॉन के साथ भारत में में स्मार्टफोन असेंबलिंग कारोबार के लिए करार किया है।
इस गठजोड़ के जरिए शियोमी का लक्ष्य भारत के तेजी से बढ़ते हैंडसेट बाजार में बड़ी हिस्सेदारी हासिल करना है। इस करार से भारत शियोमी के लिए चीन के बाहर दूसरा स्थानीय विनिर्माण हब हो जाएगा। फॉक्सकॉन द्वारा महाराष्ट्र में 5 अरब डॉलर का निवेश करने की घोषणा के कुछ दिन बाद ही यह गठजोड़ हुआ है।
 
कंपनी ने आंध्रप्रदेश में श्री सिटी में रेडमी 2 प्राइम की पेशकश आज से शुरू कर दी है। इस 2जीबी मॉडल का दाम 6,999 रुपए है। यहां फोन बनाने से चीन की कंपनी की लागत और डिलिवरी का समय घटेगा। शियोमी का इरादा दुनिया के तीसरे सबसे बड़े स्मार्टफोन बाजार में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने का है। दुनिया की चौथी सबसे बड़ी फोन वेंडर शियोमी अंतत: इस संयंत्र से सभी मॉडलों का उत्पादन शुरू करेगी।
 
कंपनी ने पिछले साल भारत में परिचालन शुरू किया था। यह ब्राजील में भी उपकरणों का विनिर्माण करती है। शियोमी इंडिया के प्रमुख मनु जैन ने कहा, ‘हम छोटी शुरुआत कर रहे हैं लेकिन अंतत: हमारा लक्ष्य यहां से यदि सभी नहीं, तो भी ज्यादातर उपकरणों को बनाने की है।’ 
 
एप्पल सहित दुनिया के प्रमुख ब्रांडों के लिए अनुबंध पर विनिर्माण करने वाली फॉक्सकॉन ने पिछले सप्ताह महाराष्ट्र में पांच साल में पांच अरब डालर के निवेश की घोषणा की थी। कंपनी का देश के कई स्थानों पर कारखाना खोलने का लक्ष्य है।
 
शियोमी के उपाध्यक्ष हुगो बारा ने यहां संवाददाताआओं से कहा, ‘यह चीन के बाहर हमारी दूसरी विनिर्माण इकाई है। पहला संयंत्र फॉक्सकॉन के साथ ब्राजील में है। हमने सरकार के साथ विचार-विमर्श फरवरी में शुरू किया था और हमने विनिर्माण शुरू भी कर दिया है।’
 
विशाखापट्टनम में बनने वाला शियोमी का पहला उपकरण रेडमी 2 प्राइम है, जिसकी कीमत 6,999 रुपए है। बारा ने बताया कि इस उपकरण को सभी ऑनलाइन प्लेटफार्म फ्लिपकार्ट, स्नैपडील, आमेजन व मी.काम के जरिए बेचा जाएगा। यह शियोमी के सबसे अधिक बिकने वाले रेडमी 2 का उन्नत संस्करण है। इसमें 2जीबी रैम और 16 जीबी की मेमोरी है। 
 
आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने कहा, ‘प्रधानमंत्री और हम भी भारत में विनिर्माण के इच्छुक हैं। हम हार्डवेयर विनिर्माण हब बन सकते हैं जो न केवल घरेलू बल्कि दुनिया की मांग पूरी कर सकता है। हमारे पास भारी क्षमता है। हमारे पास एक करोड़ प्रौद्योगिकी स्नातक और उद्यमी हैं। आंध्र प्रदेश उन राज्यों में हैं, जहां हार्डवेयर विनिर्माण के लिए बेहतर पारिस्थितिकी तंत्र है।’ 
 
इस कार्यक्रम में औद्योगिकी नीति एवं संवर्धन विभाग (डीआईपीपी) के सचिव अमिताभ कान्त ने कहा कि सरकार देश में विनिर्माण को प्रोत्साहन देने के लिए प्रतिबद्ध है।
 
कान्त ने कहा, ‘हमने 25 क्षेत्रों की पहचान की है जहां हमारे पास मूल क्षमताएं हैं और हम इन क्षेत्रों को आगे बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं। हम शियोमी से कहना चाहते हैं कि वह आंध्रप्रदेश से सैमसंग व एप्पल को टक्कर दें। हम भारत को एक शानदार विनिर्माण देश बनाना चाहते हैं।’ 
 
बारा ने हालांकि इस करार के तहत निवेश, क्षमता या संयंत्र में कर्मचारियों की संख्या का ब्योरा नहीं दिया। उन्होंने बताया कि भारत में परिचालन शुरू करने के बाद शियोमी 30 लाख उपकरण बेच चुकी है। उसके बाद से कंपनी ने रेडमी 1एस, रेडमी 2, रेडमी नोट, मी 3, मी 4, मी 4आई और मीपैड पेश कर चुकी है।
 
शियोमी इंडिया के प्रमुख मनु जैन ने कहा, ‘हमने हमेशा कहा है कि भारत हमारे लिए महत्वपूर्ण बाजार है। यहां कारखाना होने से लागत का लाभ है। इसके अलावा उपभोक्ताओं को उपकरण देने की अवधि 3-4 सप्ताह से घटकर दो सप्ताह रह जाएगा। इससे हम अपने भंडार का बेहतर तरीके से प्रबंधन कर सकेंगे।’ उन्होंने कहा कि यह संयंत्र भारतीय उपभोक्ताओं की जरूरतों को पूरा करेगा। (भाषा)

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