ओल्ड रेलवे ब्रिज पर 13 जुलाई को 208.66 मीटर के उच्चतम स्तर पर पहुंचने के बाद नदी का जलस्तर खतरे के निशान के आसपास बना हुआ है। उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में भारी बारिश के बाद हथिनीकुंड बैराज से नदी में पानी छोड़े जाने के बाद यमुना का जलस्तर रविवार को एक बार फिर खतरे के निशान से ऊपर चला गया था।
सीडब्ल्यूसी के आंकड़ों के अनुसार यमुना का जलस्तर शनिवार रात 10 बजे 205.02 मीटर से बढ़कर सोमवार तड़के 3 बजे 206.57 मीटर पर पहुंच गया जिसके बाद इसमें गिरावट आने लगी। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने 27 जुलाई तक हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने का अनुमान जताया है।
इस बीच यमुना नदी के हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और हरियाणा समेत ऊपरी जलग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश से जलस्तर रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। विशेषज्ञों ने दिल्ली में अभूतपूर्व बाढ़ के लिए यमुना के बाढ़ क्षेत्र में अतिक्रमण, थोड़े अंतराल में अत्यधिक वर्षा और गाद संचय को जिम्मेदार ठहराया है जिससे नदी का जलस्तर बढ़ गया है।
पश्चिमी दिल्ली में इमारत का हिस्सा ढहा, 2 की मौत : पश्चिमी दिल्ली के पंजाबी बाग इलाके में मंगलवार को इमारत का एक हिस्सा ढह गया जिसमें 30 वर्षीय एक महिला और उसके नाबालिग बेटे की मृत्यु हो गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) विचित्र वीर ने बताया कि महिला की पहचान ममता के रूप में हुई, जो अपने 3 वर्षीय बेटे के साथ अरिहंत नगर में इमारत के मलबे के नीचे फंस गई थी। अधिकारी ने बताया कि दोनों को मलबे से निकालकर संजय गांधी अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।(भाषा)