उन्होंने कहा कि जिस तरह जय शाह को लोन मिला और केन्द्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने बचाव किया वह किसी भी रूप में अनुचित नहीं है। सिन्हा ने कहा कि जिस तरह से एडिशनल सॉलिसीटर इस मुकदमे की पैरवी करने जा रहे हैं, ऐसा पहले कभी नहीं हुआ है।
सिन्हा ने द वायर के खिलाफ मानहानि मुकदमे को अनुचित बताते हुए कहा कि यह प्रेस की आजादी को दबाने जैसा है। उल्लेखनीय है कि इससे पहले भी सिन्हा नोटबंदी, जीएसटी के मामले में अर्थव्यवस्था को लेकर सरकार पर निशाना साध चुके हैं।