यादव ने एसकेएम को लिखे अपने पत्र में कहा है कि मैं अब एसकेएम की समन्वय समिति का सदस्य होने की जिम्मेदारी नहीं उठा पाऊंगा। यह महत्वपूर्ण है कि सभी जन आंदोलनों और विपक्षी राजनीतिक दलों की ऊर्जा को किसान विरोधी मोदी (नरेंद्र मोदी) सरकार के खिलाफ लड़ने के लिए जोड़ा जाये। इसके लिए मैं किसान आंदोलन के अलावा अन्य आंदोलनों के संपर्क में हूं।
उन्होंने कहा कि मेरी इस प्राथमिकता को देखते हुए एसकेएम समन्वय समिति की जिम्मेदारी निभाना मेरे लिए संभव नहीं होगा। उन्होंने किसान संगठन से अपील की कि उन्हें उनकी जिम्मेदारी से मुक्त किया जाए। उन्होंने कहा कि जय किसान आंदोलन के एक सदस्य होने के नाते, वे हमेशा एसकेएम के एक सिपाही बने रहेंगे।
उन्होंने कहा कि मेरी जगह जय किसान आंदोलन के अध्यक्ष अवीक साहा इस जिम्मेदारी के लिए उपलब्ध रहेंगे।एसकेएम की एक राष्ट्रीय आमसभा की बैठक के बाद संवाददाता सम्मेलन आयोजित किया गया था जिसमें किसान नेताओं दर्शन पाल, राकेश टिकैत सहित अन्य मौजूद थे।