नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में पथराव करने वालों के खिलाफ मानव ढाल के रूप में एक युवक को जीप के बोनट पर बांधने वाले मेजर लीतुल गोगोई को सम्मानित किए जाने के फैसले पर मंगलवार को पूर्व सैन्य अधिकारी बंटे हुए प्रतीत हुए।
उत्तरी कमान के पूर्व जीओसी-इन-सी लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) एचएस पनाग ने इस कदम की निंदा करते हुए कहा कि गोगोई का कदम भारतीय सेना की परंपराओं के अनुसार शोभनीय नहीं है, वहीं मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) रमेश चोपड़ा ने गोगोई के बचाव में कहा कि अपनी नई सोच ने उन्होंने लोगों की जान बचाई और इसकी सराहना की जानी चाहिए। मैं उनकी बौद्धिक तत्परता के लिए उन्हें पूरे नंबर देता हूं।
श्रीलंका में भारतीय शांतिरक्षा बल में सेवाएं दे चुके कर्नल (सेवानिवृत्त) अनिल कौल ने कहा कि उन्होंने बिना गोली चलाए लोगों की जान बचाई जबकि उन पर पथराव किया जा रहा था। उनके इस कार्य की प्रशंसा की जानी चाहिए और उन्हें शौर्य चक्र दिया जाना चाहिए। (भाषा)