पुतिन के गले लगे नरेन्द्र मोदी तो भड़के जेलेंस्की, आपत्तिजनक शब्दों का किया इस्तेमाल

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
मंगलवार, 9 जुलाई 2024 (13:15 IST)
Zelensky got angry when Narendra Modi hugged Putin: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपनी रूस यात्रा के दौरान वहां के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से शिष्टाचार के नाते हाथ भी मिलाया और उनके गले भी लगे। मोदी का पुतिन के गले लगना यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की को रास नहीं आया।  उन्होंने कहा कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के नेता मोदी का दुनिया के सबसे बड़े अपराधी से गले मिलना दुखद है। 
 
जेलेंस्की ने कहा कि यह शांति के लिए किए जा रहे प्रयासों के लिए एक विनाशकारी घटना है। यूक्रेन के राष्ट्रपति ने कहा कि यह मुलाकात ऐसे समय हुई है, जब रूस के हमले में 40 लोग मारे गए हैं। इस हमले में कैंसर के मरीजों और बच्चों तक को नहीं छोड़ा गया। दरअसल, प्रधानमंत्री मोदी के रूस दौरे से ठीक पहले यूक्रेन के एक अस्पताल पर रूस का मिसाइल हमला हुआ था। उल्लेखनीय है कि फरवरी 2022 से रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध जारी है। ALSO READ: मोदी और पुतिन के बीच शिखर वार्ता में किन मुद्दों पर हो सकती है चर्चा
 
मोदी ने किया युद्ध का विरोध : सूत्रों ने यह भी बताया कि पुतिन से बातचीत में प्रधानमंत्री ने यूक्रेन युद्ध के संदर्भ में इस बात पर भी जोर दिया कि युद्धभूमि में कोई समाधान नहीं निकाला जा सकता है। इसलिए संवाद और कूटनीति के रास्ते पर चलने की कोशिश की जानी चाहिए। मोदी स्थानीय समय के अनुसार सोमवार शाम करीब 7 बजे नोवो ओगारेवो पहुंचे। पुतिन द्वार पर ही उनकी प्रतीक्षा कर रहे थे। मोदी के पहुंचने पर पुतिन ने गर्मजोशी से हाथ मिलाया और गले मिले। इसके बाद दोनों अंदर चले गए। पुतिन ने प्रधानमंत्री को 'परम मित्र' कहकर पुकारा और सबसे पहले चाय पर चर्चा की। ALSO READ: PM मोदी को व्लादिमीर पुतिन ने सरकारी आवास पर दिया डिनर, जानें दोनों नेताओं के बीच क्या हुई बात
 
पुतिन ने मोदी के लिए निजी भोज का आयोजन किया और दोनों नेताओं के बीच विभिन्न मुद्दों पर अनौपचारिक रूप से विस्तार से चर्चा हुई। सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री मोदी की इस यात्रा का फोकस आर्थिक एजेंडे पर है जिसमें ऊर्जा, व्यापार, विनिर्माण और उर्वरक शामिल हैं। दोनों नेताओं ने इन क्षेत्रों में परस्पर सहयोग बढ़ाने के उपायों पर चर्चा की।
ओस्टैंकिनो टॉवर भारतीय तिरंगे रंग में जगमगा उठा : मोदी की रूस यात्रा के उपलक्ष्य में यूरोप की सबसे ऊंची स्वतंत्र संरचना मॉस्को के ओस्टैंकिनो टॉवर को भारतीय तिरंगे और रूसी झंडे के साथ रोशन किया गया। मॉस्को में ओस्टैंकिनो टॉवर 1976 तक दुनिया की सबसे ऊंची संरचना थी। प्रधानमंत्री का भारतीय समुदाय के सदस्यों ने भी जोरदार स्वागत किया। ये लोग उनके होटल के पास सड़क के दोनों ओर खड़े थे और उनके काफिले के गुजरते समय 'मोदी-मोदी' के नारे लगाए। (एजेंसी/वेबदुनिया)
Edited by: Vrijendra Singh Jhala

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