ज़ोमैटो के सीईओ दीपिंदर गोयल ने कहा, "हम शाकाहारियों के लिए फ्लीट जारी रखने जा रहे हैं, हमने हरे रंग के कपड़ों के इस्तेमाल का फैसला वापस ले लिया है। हमारे रेगुलर फ्लीट और वेजिटेरियन फ्लीट, दोनों ही लाल रंग के कपड़े पहनेंगे''
दीपिंदर गोयल ने बताया कि जो ग्राहक 'प्योर वेज' ऑप्शन चुनते हैं, वे मोबाइल ऐप पर देख सकते हैं कि उनके ऑर्डर सिर्फ वेजिटेरियन फ्लीट ही देंगे। उन्होंने कहा, "इससे यह सुनिश्चित होगा कि हमारे लाल वर्दी वाले डिलीवरी पार्टनर गलत तरीके से नॉन-वेज भोजन से नहीं जुड़े हैं, और किसी विशेष दिन किसी आरडब्ल्यूए या सोसायटी द्वारा उनकी एंट्री को ब्लॉक नहीं किया जाए। हमारे डिलीवरी बॉय की शारीरिक सुरक्षा हमारे लिए सबसे जरूरी है"
दीपिंदर गोयल ने पोस्ट में कहा, "अब हमें एहसास हुआ है कि हमारे कुछ ग्राहक भी अपने मकान मालिकों की वजह से परेशानी में पड़ सकते हैं और अगर हमारी वजह से ऐसा हुआ तो यह अच्छा नहीं होगा" उन्होंने कल "प्योर वेज" सर्विस के ऐलान के बाद इन मुद्दों को उठाने के लिए सोशल मीडिया को भी धन्यवाद दिया।
बता दें कि जोमैटो की "शुद्ध शाकाहारी" सेवा और अलग रंग कोड के ऐलान के बाद सोशल मीडिया पर एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया था। कुछ यूजर्स ने इसे मॉडर्न समय में जातिवाद का एक रूप बताया। वहीं दूसरे लोगों ने कहा कि लाल कपड़े देखकर डिलीवरी बॉय को उनके अपार्टमेंट परिसरों, जहां वेजिटेरियन लोग ज्यादा हैं, उनकी एंट्री पर बैन लग सकता है। इससे मांसाहारी खाना ऑर्डर देने वालों को असुविधा होगी। कुछ यूजर्स ने यह भी बताया कि इससे मांसाहारी भोजन का ऑर्डर देने वाले किरायेदारों को परेशानी हो सकती है।