मुंबई में पिछले साल 26 नवंबर को हमले करने वाले आतंकवादियों ने अपने पाकिस्तानी आकाओं से बातचीत में जिस मोबाइल फोन का इस्तेमाल किया था, उसका सिम कार्ड दिल्ली के एक नागरिक के पते पर लिए जाने की बात सामने आई है।
एयरटेल के पूर्व नोडल अधिकारी सुनील तिवारी ने निचली अदालत में न्यायाधीश एमएल टाहिलियानी के समक्ष गवाह के तौर पर बयान देते हुए कहा कि मुंबई पुलिस के अनुरोध पर उन्होंने फोन नंबर 09910719124 में इस्तेमाल सिम कार्ड के बारे में पड़ताल की थी और यह नई दिल्ली के मसूरपुर के रहने वाले सुरेश प्रसाद के नाम से जारी किया गया था।
विशेष सरकारी अभियोजक उज्ज्वल निकम के सवाल के जवाब में गवाह ने कहा कि सिम कार्ड पिछले साल पाँच अक्टूबर को प्रसाद को जारी किया गया था, जिसने जाली पता दिया था।
गवाह ने कहा कि हमले के दूसरे दिन 27 नवंबर को अतिरिक्त पुलिस आयुक्त परमवीरसिंह ने उनकी कंपनी से लिखित अनुरोध करके सिम कार्ड के बारे में जानकारी माँगी थी और इस नंबर से सभी कॉल 022-23053162 पर डाइवर्ट करने को भी कहा था।
दिल्ली में ‘इंडिया कम्युनिकेशन’ नाम से दुकान चलाने वाले एक और गवाह गोविंदरसिंह बख्शी ने भी गवाही देते हुए कहा कि प्रसाद ने उनसे सिम खरीदा था और खुद इसे प्राप्त किया था। बख्शी ने अदालत को बताया कि सुरेश ने आवेदन फार्म पर दस्तखत किए थे और आवास प्रमाणपत्र के तौर पर बिजली का बिल जमा किया था और अपनी फोटो चिपकाई थी।
जाँच अधिकारी विलास वानखेड़े ने अदालत को बताया कि उनके दल ने प्रसाद द्वारा दिए गए पते पर दिल्ली का दौरा किया था और इसे जाली पाया। उन्होंने कहा कि पुलिस प्रसाद का पता लगाने की कोशिश कर रही है जिसका पता नहीं चल पाया है। (भाषा)