सेना में शामिल होना चाहती हैं रुखसाना

गुरुवार, 19 नवंबर 2009 (21:52 IST)
घर में घुसे आतंकवादियों का जाँबाजी से मुकाबला कर उनमें से एक को धराशायी करके शाबाशी बटोरने वाली जम्मू की रुखसाना कौसर देशसेवा के लिए सेना में शामिल होना चाहती है।

इस 22 वर्षीय वीरांगना ने सरकार से अपनी अपेक्षाओं के बारे में पूछने पर कहा कि मैं सरकार से और कुछ नहीं चाहती। हम सभी चाहते हैं कि मुझे और मेरे भाई को सेना में शामिल होने की इजाजत दे दी जाए ताकि हम अपने मुल्क के लिए लड़ सकें।

मुंबई में पिछले साल 26 नवंबर को हुए आतंकवादी हमले में मारे गए लोगों की याद में आयोजित होने वाले शांति मार्च में हिस्सा लेने जा रही रुखसाना ने अपने अभिनंदन समारोह में कहा कि युवाओं को हथियार चलाने का प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए ताकि वे आतंकवादियों का मुकाबला कर सकें।

समारोह में एआईएटीएफ के अध्यक्ष एमएस बिट्टा ने रुखसाना और उसके भाई को एक-एक लाख रुपए के चेक भेंट किए।

गौरतलब है कि गत 27 सितंबर की रात को राजौरी जिले के उपरी कलसी इलाके में स्थित रुखसाना के घर में लश्कर-ए-तोइबा के कुछ आतंकवादी घुस गए थे। रुखसाना और उसके भाई ने उनमें से एक आतंकवादी अबू ओसामा को दबोचकर उससे एके 47 रायफल छीन ली थी और उसे गोली मारकर ढेर कर दिया था।

रुखसाना ने कहा कि उस वक्त मुझे आतंकवादियों से बिल्कुल डर नहीं लगा था। उस वक्त मेरे जेहन में हमें मारने आए लोगों का हश्र ही छाया हुआ था। उसने कहा ‍कि अब हालात अलग हैं। मैं अब बहुत डरी हुई हूँ। मैंने और मेरे भाई ने स्कूल जाना बंद कर दिया है। मुझे इस बात का डर है कि कहीं आतंकवादी मेरे परिवार को निशाना न बना डालें।

रुखसाना और उसका परिवार हाल में सुदूर कलसिया-थानमदानी इलाके से राजौरी के कड़ी चौकसी वाले पुलिस लाइंस इलाके में रहने के लिए चला गया था। (भाषा)

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