शारदीय नवरात्रि के नौवें दिन माता सिद्धिदात्री की पूजा होती है। इस दिन नवरात्रि का समापन हो जाता है। मां दुर्गा की नौवीं विभूति हैं मां सिद्धिदात्री हैं। नवरात्रि की नवमी तिथि को इनकी आराधना करना चाहिए। कहते हैं कि माता की पूजा आराधना करने से शिवजी ने भी सिद्धियां प्राप्ति की थी। इस दिन सभी देवियों की पूजा करना चाहिए।
- कमल पर विराजमान चार भुजाओं वाली मां सिद्धिदात्री के चारों हाथों में सुदर्शन चक्र, शंख, गदा और कमल रहता है।
- नवमी का समापन पूजन-अर्चन के पश्चात हवन, कुमारी पूजन, अर्चन, भोजन, ब्राह्मण भोजन करवाकर पूर्ण होता है।
- देव, दानव, राक्षस, गंधर्व, नाग, यक्ष, किन्नर, मनुष्य आदि सभी नवमी की पूजा करते हैं।