अष्टमी समाप्त : 22 अक्टूबर 2023 को रात्रि 08:00:57 पर।
नोट : स्थानीय समय के अनुसार तिथि प्रारंभ और समाप्ति के समय में 2 से 5 मिनट की घट-बढ़ रहती है।
दुर्गाष्टमी पूजा का शुभ मुहूर्त :-
अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 12:00 से 12:46 तक।
विजय मुहूर्त : दोपहर 02:19 से 03:05 तक।
अमृत काल : दोपहर 12:38 से 02:10 तक।
संधि पूजा समय: शाम को 07:34 से 08:22
निशीथ काल मुहूर्त : रात्रि 11:58 से 12:48 तक।
जिन घरों में अष्टमी को पारण होता है उन घरों में देवी दुर्गा की पूजा का विधान ठीक महासप्तमी की तरह ही होता है परंतु इस दिन महास्नान के बाद मां दुर्गा का षोडशोपचार पूजन किया जाता है और विशेष हवन होता है। महाष्टमी के दिन मिट्टी के 9 कलश रखे जाते हैं और देवी दुर्गा के 9 रूपों का ध्यान कर उनका आह्वान किया जाता है और उनकी विशेष पूजा होती है।