Magh Gupt Navratri 2025: माघ माह की नवरात्रि 30 जनवरी 2025 को प्रारंभ होगी और 7 फरवरी को समाप्त होगी। गुप्त नवरात्रि में दस महाविद्याओं की पूजा का खास महत्व होता है। इन 9 दिनों में 10 महाविद्याओं में से एक विद्या की साधना करने से मनचाहा परिणाम प्राप्त होता है। हिन्दू धर्म में गुप्त नवरात्रि में 10 महाविद्याओं की गुप्त तरीके से पूजा की जाती है।
प्रवृति के अनुसार दस महाविद्या के 3 समूह हैं- पहला:- सौम्य कोटि (त्रिपुर सुंदरी, भुवनेश्वरी, मातंगी, कमला), दूसरा:- उग्र कोटि (काली, छिन्नमस्ता, धूमावती, बगलामुखी), तीसरा:- सौम्य-उग्र कोटि (तारा और त्रिपुर भैरवी)।
गुप्त नवरात्रि की देवियां:- 1.काली, 2.तारा, 3.त्रिपुरसुंदरी, 4.भुवनेश्वरी, 5.छिन्नमस्ता, 6.त्रिपुरभैरवी, 7.धूमावती, 8.बगलामुखी, 9.मातंगी और 10.कमला। उक्त दस महाविद्याओं का संबंध अलग अलग देवियों से हैं।
पहले दिन काली, दूसरे दिन तारा और त्रिपुर सुंदरी, तीसरे दिन भुवनेश्वरी, चौथे दिन छिन्नमस्ता, पांचवें दिन त्रिपुरभैरवी, छठे दिन धूमावती, सातवें दिन बगलामुखी, आठवें दिन मातंगी और नौवां दिन कमला।