भयेभ्यस्त्राहि नो देवि, दुर्गे देवि नमोस्तुते।।'
6. रुके कार्यों में सफलता के लिए-
'ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे।'
इसका नित्य जप करें तथा समय-समय पर यथाशक्ति हवन करें। नित्य अर्चन आवश्यक है। देवी कृपा अवश्य प्राप्त होगी तथा समस्या का निवारण होगा। इति:।