30 सितंबर 2025 मंगलवार के दिन शारदीय नवरात्रि की उदयातिथि के अनुसार अष्टमी रहेगी और 01 अक्टूबर 2025 बुधवार के दिन नवमी की पूजा होगा। दोनों ही दिन शुभ मुहूर्त में कन्या पूजा और हवन होगा। इसके बाद 02 अक्टूबर 2025 को दशहरा यानी विजयादशमी का पर्व मनाया जाएगा। तीनों की दिनों की पूजा का शुभ मुहूर्त, दशहरा पर अभिजीत मुहूर्त में करें शस्त्र पूजन और देवी अपराजिता का पूजन, प्रदोषकाल में करें रावण दहन।
वाहन खरीदी मुहूर्त: सुबह 10:41 से दोपहर 01:39 के बीच।
गोधूलि मुहूर्त: शाम 06:06 से 06:30 तक।
रावण दहन मुहूर्त: सूर्यास्त के बाद प्रदोष काल में। नोट: दशहरा अबूझ मुहूर्त है इसमें पूरे दिन और रात ही रहता है शुभ मुहूर्त। इस दिन किसी भी कार्य को करने के लिए मुहूर्त देखने की जरूरत नहीं रहती है।