(3) शत्रु बाधा दूर करने हेतु - 'ॐ क्लीं नम:' काले हकीक की माला या रुद्राक्ष माला, रक्त वर्ण पुष्प, आसन, वस्त्रादि तथा महाकाली के चित्र को स्थापित कर 11 माला नित्य करें। अंत में घृत की आहुति दें।
(5) शत्रु शांति - कर्जमुक्ति इत्यादि के लिए- श्री दुर्गाजी के चित्र को रक्तवर्ण आसन, वस्त्र, पुष्पादि से पूजन कर 'ॐ दुर्गेरक्षिणि-रक्षिणि' स्वाहा की 9 माला रुद्राक्ष माला से नित्य करें तथा गौघृत-मधु-शर्करा से आहुति दें।