विशेष संवाददाता सोसायटी ऑफ इंडियन मैन्यूफैक्चरर्स एसोसिएशन (सियाम) के प्रेसिडेंट विक्रम किर्लोस्कर ने बताया कि ऑटो इंडस्ट्री के लिए गुजरा साल काफी चुनौतीपूर्ण रहा। आर्थिक मंदी, ईंधन की ऊंची कीमतें और खराब सेंटीमेंट जैसे तमाम कारणों का इंडस्ट्री पर नकारात्मक असर हुआ।
PR
हालांकि, इंडस्ट्री में आशावादी बना हुआ रुख है और बिक्री बढ़ाने के लिए बेहतर उत्पाद बनाने पर बहुत कठिन मेहनत की गई है। उन्होंने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर के लिए ऑटो इंडस्ट्री एक स्वचालित इंजन की तरह है।
ऑटो एक्सपो का आयोजन उद्योग संगठन सीआईआई, सियाम और एसीएमए की तरह से किया जा रहा है। ऑटो कंपोनेंट मैन्यूफैक्चरर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के पूर्व अध्यक्ष दीप कपूरिया का कहना है कि ऑटो कंपोनेंट इंडस्ट्री ने पिछले कुछ सालों में कई वैल्यू एड कंपोनेंट विकसित किए। एक्सपो में 500 से अधिक नई तकनीक और 5,000 से अधिक उत्पाद दिखाई जाएंगे।
ऑटो एक्सपो को एक स्पेशल शो बताते हुए सीआईआई के महानिदेशक चंद्रजीत बनर्जी ने कहा कि पहली बार यह एक्सपो दो हिस्सों ‘कंपोनेंट और मोटर शो’ में हो रहा है। यह इस एक्सपो के बढ़ते दायरे को दर्शाता है।
कंपोनेंट शो 6-9 फरवरी तक प्रगति मैदान में और मोटर शो 7-11 फरवरी तक ग्रेटर नोएडा में होगा। मोटर शो में रोजाना एक लाख से अधिक और कंपोनेंट शो में 10,000 से अधिक लोगों के आने की उम्मीद है।