पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी सरकार की उपलब्धियों का आठवां रिपोर्ट कार्ड सोमवार को जारी करते हुए कहा कि जो भी उपलब्धि है वह उनकी व्यक्तिगत नहीं बल्कि प्रदेश की है। यहां जो सरकार है उसके प्रयत्नों का फल है।
पटना स्थित मुख्यमंत्री सचिवालय के संवाद कक्ष में आज अपनी सरकार की उपलब्धियों का आठवां रिपोर्ट कार्ड जारी करने के समय नीतीश कुमार से यह पूछे जाने पर कि पिछले एक वर्ष के कार्यकाल के दौरान की सबसे बड़ी अपनी व्यक्तिगत उपलब्धि क्या मानते हैं, उन्होंने कहा कि जो भी उपलब्धि है वह उनकी व्यक्तिगत नहीं हैं बल्कि बिहार की है और यहां जो सरकार है उसके प्रयत्नों का फल है।
नीतीश ने कहा कि उन्हें न तो किसी व्यक्तिगत उपलब्धि की आकांक्षा या इच्छा है। उन्होंने कहा कि उपलब्धियां तो अनेक हैं पर कोई एक चीज से मन को बहुत सुकून मिला और वह उन्हें अच्छा लगा वह लड़कियों की साइकल योजना है।
उन्होंने कहा कि साइकल योजना के तहत मिली साइकल चलाकर गांव-गांव लड़कियों का स्कूल जाना वह उन्हें सबसे अधिक संतुष्टि देता है। नीतीश ने कहा कि यह समाज में कोई मामूली परिवर्तन नहीं बल्कि इसे सामाजिक परिवर्तन की शुरुआत मानते हैं।
उन्होंने कहा कि सुशासन का काम जो बिहार की जनता के प्रति हमारी प्रतिबद्धता है उसी के मद्देनजर हमारे सहयोगी और अधिकारी मेहनत और काम करते हैं तथा यह सभी के परिश्रम का फल है।
25 नवंबर 2005 को बिहार की सत्ता संभालने वाले नीतीश ने कहा कि उनके सत्ता संभालने के पूर्व बिहार में आधारभूत संरचना का अभाव था और यहा सुशासन के बारे में एक राय नहीं थी जिसके कारण यहां काम नहीं हो पाता है। ऐसे में सारे कामों को शुरू करना और क्रियान्वित करना यह हमारी सतत कोशिश है और यह बिहार की जनता सहित सबके सहयोग से संभव हो पाया है। (भाषा)