नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान असम के एक मंत्री के नफरत फैलाने वाले भाषण और एक मौजूदा सांसद के भड़काऊ बयानों पर अप्रसन्नता जताई है।
आयोग ने असम के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री नजरुल इस्लाम और ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट के सांसद बदरुद्दीन अजमल को भविष्य में अपने व्यवहार के प्रति और ज्यादा सतर्क रहने के लिए आगाह किया।
आयोग ने नजरुल इस्लाम द्वारा 23 मार्च को होजई में एक आमसभा को संबोधित करते हुए दिए गए उनके एक भाषण को चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन माना।
आयोग ने 22 मार्च को गुवाहाटी में मीडिया को संबोधित करते हुए सांप्रदायिक और भड़काऊ बयान देने के लिए बदरुद्दीन अजमल की भी खिंचाई की।
अजमल ने कहा था कि अगर असम में भाजपा को एक भी सीट जीतने दिया गया तो हम अल्लाह के समक्ष गुनाहगार होंगे।
चुनाव आयोग ने असम के एक अन्य मंत्री हिमंत बिस्वाल को भी कथित रूप से नफरत फैलाने वाले उनके भाषण के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया है। (भाषा)