लखनऊ। इसे समय की मार कहा जाए या कुछ और कि जिस नेता को अपने क्षेत्र में प्रचार के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सभी उम्मीदवार लालायित रहते थे इस बार उनकी उत्तरप्रदेश में एक भी सभा नहीं हुई।
बात भाजपा के वरिष्ठतम नेता कहे जाने वाले लालकृष्ण आडवाणी की हो रही है। चुनाव प्रचार समाप्त हो गया है और अंतिम चरण का मतदान सोमवार को होने जा रहा है, लेकिन उत्तरप्रदेश में आडवाणी की एक भी सभा नहीं हुई।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि राज्य में सर्वाधिक मांग प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी की रही। मोदी ने उत्तरप्रदेश में 79 चुनावी सभाओं को संबोधित किया जबकि आडवाणी की एक भी सभा नहीं हुई।
पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता चन्द्र मोहन के अनुसार मोदी ने देशभर में 25 राज्यों में करीब 3 लाख किमी की यात्रा कर 437 चुनावी सभाएं कीं जबकि उत्तरप्रदेश में उन्होंने 39 हजार किमी की यात्रा कर 79 सभाओं को संबोधित किया। मोदी ने इस राज्य में चुनाव की घोषणा होने से पूर्व 7 विजय शंखनाद रैलियों को संबोधित किया था।
उन्होंने 3डी होलोग्राफिक्स के माध्यम से राज्य की कुल 80 में से 70 लोकसभा क्षेत्रों के 544 स्थानों और 70 लोकसभा सीटों के 75 स्थानों पर चाय पर चर्चा के माध्यम से जनता से सीधे संपर्क साधा।
इसके साथ ही भाजपा ने 403 रथों के माध्यम से 6 लाख किमी की यात्रा कर 95 हजार गांवों में संपर्क किया। (वार्ता)