'मृत्योर्मामृतम गमय' का विमोचन

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िनसिनाटी ओहायो के जैन मंदिर में श्रीमती रेणु राजवंशी गुप्ता की पुस्तक 'मृत्योर्मामृतम गमय' का विमोचन गुरुदेव तारानंदजी के करकमलों द्वारा संपन्न हुआ। संचालक थे राज मांगलिक। कार्यक्रम का प्रारंभ श्रीमती अरुणिमा सिन्हा की ईश स्तुति गायन से हुआ, तत्पश्चात लेखिका ने अपने पुस्तक संबंधी विचारों पर प्रकाश डाला।

इस अवसर पर श्रीमती शोभा पटेल जो इस पुस्तक की सह-लेखिका भी हैं, ने अपने विचारों की कड़ी जोड़कर एक सशक्त शृंखला तैयार करा दी और इनकी तृतीय सह-लेखिका श्रीमती शोभा पटेल, भारत ने मिलकर इस शृंखला को सुदृढ़ बनाते हुए मूल विचारों को पुस्तकाकार रूप प्रदान करने में अपना अतुल योगदान दिया।

इस पुस्तक का मूल मंतव्य कैंसर जैसे दु:साध्य रोग से पी‍ड़ित एक लड़की की जीवनयात्रा को, स्थूल जीवन धरातल से लेकर दवाइयों, कठिनाइयों को झेलती हुई, उसकी सूक्ष्म आध्यात्मिक यात्रा में पर्यावसान कराना है।

साथ ही इस रोग से ‍पीड़ित स्वामी रामकृष्ण परमहंस, महान पुरुष बाबा आमटे, महर्षि रमण और गुरु गोलवलकरजी जैसे महान पुरुषों के विचार व्यक्त कर रोग की दु:सहता को यह कहकर नकारा है कि रोग केवल इस स्थूल शरीर का है, आत्मा को यह छू भी नहीं सकता, तत्पश्चात पुस्तक विमोचन करते हुए यथावसर भारत से आए हुए गुरुदेव ने लेखिका के सामाजिक कार्यकर्ता होने के साथ-साथ उनके आध्यात्मिक पक्ष की सूक्ष्मता को उजागर करते हुए उन्हें अपना आशीर्वाद दिया।

जलपान के बाद कवि सम्मेलन प्रारंभ हुआ। संचालक थे श्री विपिन जिंदल, जिन्होंने कवि मंतव्यों को भांपते हुए बीच-बीच में अपने चुटकुलों एवं हास्य-व्यंग्य की फुल‍झड़ियों से श्रोताओं को आनंदित किया। डेट्रॉयट से आए कवि सतीश व्यास, दिनेश बिल्लौर एवं राजन, कोलम्बिया से आई हुई श्रीमती अरुणिमा सिन्हा, क्लीवलैंड से आए रमेश जोशी, जो हिन्दी विश्वा के नए संपादक हैं एवं स्थानीय कवि श्रीमती नसीम, श्रीमती लावण्या शाह, केदार वर्मा तथा श्रीमती रेणु राजवंशी गुप्ता ने अपना काव्यपाठ कर इस सुहानी संध्या को और भी रंगीन बना दिया।

इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से आमंत्रित एटीआरयूएम कैंसर हॉस्पिटल के अधिकारी माइक हैं, को ससम्मान पुस्तक में आई धनराशि भेंट की गई।

प्रस्तुति : डॉ. सरोज अग्रवाल, डेटन ओहायो

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