न्यू हैम्पशायर स्थित गेमिंग कंपनी के कम्प्यूटर सॉफ्टवेयर को हैक करने और उसे निष्क्रिय बनाने का आरोप भारतीय मूल के एक व्यक्ति पर लगाया गया है, जिससे कंपनी को हजारों डॉलर का नुकसान हुआ। इसके लिए उस व्यक्ति को सात वर्ष तक की सजा हो सकती है।
नीदरलैंड के 24 वर्षीय अनिल खेडा पर कम्प्यूटर में छेड़छाड़ करने और जबरन वसूली की धमकी का आरोप लगाया गया है। अगर आरोप सिद्ध हो जाता है तब खेडा को साजिश रचने के मामले में अधिकतम पांच वर्ष की सजा और जबरन वसूली की धमकी के मामले में दो वर्ष की सजा हो सकती है।
न्याय विभाग की अपराधा शाखा के सहायक अटर्नी जनरल लैनी ब्रूअर ने अपने बयान में कहा कि न्यू हैम्पशायर स्थित कंपनी ‘आउटवार’ नामक ऑनलाइन मल्टी प्लेयर पेश करती है।
इसमें आरोप लगाया गया है कि नवंबर 2007 से अगस्त 2008 के बीच खेडा और साजिश से जुड़े अन्य लोगों ने बिना अनुमति के रैम्पिड कम्प्यूटी सर्वर तक पहुंच बनाई और कई दिनों तक इसे निष्क्रिय बना दिया।
खेडा और सह साजिशकर्ताओं ने उन्हें धन एवं अन्य सुविधाएं नहीं देने पर रैम्पिड को आगे भी उसका कम्प्यूटर सिस्टम हैक करने की धमकी दी। रैम्पिड को इसके कारण 1,00,000 डॉलर का नुकसान हुआ। (भाषा)