अरबी में गांधी पर किताब का विमोचन

भाषा

शुक्रवार, 19 सितम्बर 2014 (12:42 IST)
पूर्व राष्ट्रपति हुस्नी मुबारक को सत्ता से बाहर करने के लिए जब 2011 में लोग देश भर में सड़कों पर उतर रहे थे, उस समय उनका हथियार बस ‘सेल्मिया, सेल्मिया’ नारे लगाना था। सेल्मिया अरबी शब्द है जिसका मतलब शांतिपूर्ण होता है।
 
पूर्व दूत पी.ए. नजारथ की किताब ‘गांधीज आउटस्टेंडिंग लीडरशिप’ के अरबी संस्करण के विमोचन के दौरान कल मिस्र में भारत के दूत नवदीप सूरी ने कहा, ‘उस वक्त, मैंने गांधी को सुना।’ ऐसे तो गांधी के बारे में सैकड़ों किताबें लिखी जा चुकी है, पर नजारथ ने किताब में मिस्र, ‍फलस्तीन और दक्षिण अफ्रीका सहित दुनिया के कई देशों पर गांधी के प्रभाव पर फोकस किया है।
 
मिस्र में पूर्व भारतीय दूत नजारथ ने कहा, ‘अपनी किताब में दुनिया पर गांधी के असर को दिखाना चाहता था, क्योंकि कई क्षेत्रों में आप इसका असर देख सकते हैं। यहां तक कि चिली, बोलीविया, मिस्र और अन्य देशों में भी।’ उन्होंने कहा, ‘मैं फ्रांस की क्रांति के बाद से गांधी के गुणों और नेतृत्व की सभी आधुनिक नेताओं से तुलना करना चाहता था।’
 

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