वाशिंगटन। अमेरिकी विश्वविद्यालय से विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित (स्टेम) विषय में पर्याप्त छात्र स्नातक करते हैं जिससे देश की उच्च कौशल वाले पेशेवरों की मांग पूरी हो सकती है।
अमेरिकी कंपनियों की उक्त विषय के छात्रों की कमी की रपट के उलट वाशिंगटन के एक संस्थान इकॉनामिक पालिसी इंस्टीट्यूट की रपट में कहा गया है कि बाजार जितने लोगों को रोजगार दे सकता है उससे कहीं अधिक संख्या इन विषयों में अमेरिकी स्नातकों की है।
इस रपट को तैयार करने वाले रजर्स यूनिवर्सिटी के हैल साल्जमैन ने कहा कि मेहमान कर्मचारियों से जुड़े कार्यक्रमों पर बहस ठोस प्रमाणों की बजाय आमतौर पर कहे-सुने साक्ष्यों और नियोक्ताओं की अनुशंसा पर आधारित है।
साल्जमैन ने कहा कि हमारे परीक्षण से पता चलता है कि अमेरिकी में विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित के स्नातकों की कमी को बढ़ा-चढ़ाकर बताया जा रहा है। मेहमान कर्मचारी कार्यक्रम में सुधार की जरूरत है लेकिन किसी भी बदलाव के तहत यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि मेहमान कर्मचारियों का वेतन घरेलू कर्मचारियों से कम न हो। (भाषा)