भगवान परशुराम की मंगलमयी आरती : आरती कीजे श्री परशुराम की

Webdunia
भगवान परशुराम जी का जन्म अक्षय तृतीया पर हुआ था इसलिए अक्षय तृतीया के दिन परशुराम जयंती मनाई जाती है। यहां पाठकों के लिए प्रस्तुत है भगवान परशुराम की मंगलमयी आरती...

शौर्य तेज बल-बुद्घि धाम की॥ 
रेणुकासुत जमदग्नि के नंदन।
कौशलेश पूजित भृगु चंदन॥
अज अनंत प्रभु पूर्णकाम की।
आरती कीजे श्री परशुराम की॥1॥
 
नारायण अवतार सुहावन।
प्रगट भए महि भार उतारन॥
क्रोध कुंज भव भय विराम की।
आरती कीजे श्री परशुराम की॥2॥
 
परशु चाप शर कर में राजे।
ब्रह्मसूत्र गल माल विराजे॥
मंगलमय शुभ छबि ललाम की।
आरती कीजे श्री परशुराम की॥3॥
 
जननी प्रिय पितृ आज्ञाकारी।
दुष्ट दलन संतन हितकारी॥
ज्ञान पुंज जग कृत प्रणाम की।
आरती कीजे श्री परशुराम की॥4॥
 
परशुराम वल्लभ यश गावे।
श्रद्घायुत प्रभु पद शिर नावे॥
छहहिं चरण रति अष्ट याम की।
आरती कीजे श्री परशुराम की॥5॥

ALSO READ: Akshay Tritiya Totka : अक्षय तृतीया पर यह उपाय कर लिया तो शादी की सारी अड़चनें होंगी दूर, आजमाएं जरूर

सम्बंधित जानकारी

अगला लेख