आज रुक्मिणी अष्टमी (Rukmini Ashtami 2022) मनाई जा रही है। प्रतिवर्ष यह पर्व पौष मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। मान्यतानुसार इसी दिन द्वापर युग में देवी रुक्मिणी का जन्म हुआ था, वे विदर्भ नरेश भीष्मक की पुत्री थी। रुक्मिणी दिखने में अतिसुंदर एवं सर्वगुणों से संपन्न थी। उनके शरीर पर माता लक्ष्मी के समान ही लक्षण दिखाई देते थे, इसीलिए उन्हें लोग लक्ष्मस्वरूपा भी कहते थे।