शरद पूर्णिमा विशेष: लकड़ी की चौकी पर बनाएं स्वास्तिक, चांद से अमृत के साथ बरसेगा धन

हिंदू धर्म ग्रंथों में भी इस पूर्णिमा को विशेष बताया गया है।
 
शरद पूर्णिमा के शुभ अवसर पर सुबह उठकर व्रत करके अपने इष्ट देव का पूजन करना चाहिए। इंद्र और महालक्ष्मी जी का पूजन करके घी के दीपक जलाकर, गंध पुष्प आदि से पूजन करना चाहिए।
 
ब्राह्मणों को खीर का भोजन कराना चाहिए और उन्हें दान दक्षिणा प्रदान करनी चाहिए। लक्ष्मी प्राप्ति के लिए इस व्रत को विशेष रूप से किया जाता है। कहा जाता है कि इस दिन जागरण करने वाले की धन-संपत्ति में वृद्धि होती है।
 
 
- इस व्रत को मुख्य रूप से स्त्रियों द्वारा किया जाता है।
 
- इस दिन चंद्रमा उदय की दिशा में लकड़ी की चौकी पर (सातिया) स्वास्तिक बनाकर उस पर पानी का लोटा भरकर रखें।
 
- एक गिलास में गेहूं भरकर उसके ऊपर रुपया रखें और गेहूं के 13 दाने हाथ में लेकर कहानी सुनें।
 
- गिलास और रुपया कथा कहने वाली स्त्रियों को पैर छूकर भेंट करें। 

- चांद से अमृत के साथ बरसेगा इतना धन कि 7 पीढ़ियों तक नहीं होगी कोई कमी... 

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