पेरिस ओलंपिक में भाग लेने वाली भारतीय गोल्फर दीक्षा डागर की कार को अन्य वाहन ने टक्कर मार दी लेकिन गनीमत है कि इस दुर्घटना में उन्हें कोई चोट नहीं लगी जिससे वह अपनी स्पर्धा में तय कार्यक्रम के अनुसार हिस्सा लेंगी।
कार में डागर परिवार दीक्षा, उनके पिता और कैडी कर्नल नरेन डागर, उनकी मां और भाई थे। मंगलवार रात इंडिया हाउस में एक समारोह से लौटते समय एक अन्य वाहन ने उनकी कार को टक्कर मार दी थी। उनके पिता उनके कैडी भी हैं जिन्हें इस दुर्घटना में कोई चोट नहीं आई है।
दीक्षा के भाई को मामूली चोटें आई हैं जबकि उनकी मां के पीठ में चोट लगी है जिससे उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया जहां वह निगरानी में हैं।
दीक्षा ने गोल्फ कोर्स में कुछ घंटे अभ्यास किया, वह यहां पिछले महीने भी आई थीं।
इस गोल्फर ने कहा कि उनकी मां ठीक हो रही हैं और उनके पिता अस्पताल में हैं। भारतीय गोल्फ संघ का एक अधिकारी भी कोर्स में दीक्षा के साथ था।
एक सूत्र ने कहा कि उनकी कार मुड़ रही थी, तभी लाइट जली और पास में खड़ी एम्बुलेंस के कारण दूसरी तरफ खड़ी कार दीक्षा के ड्राइवर को दिखाई नहीं दी और दोनों कारों की टक्कर हो गई।
दीक्षा यहां अपने दूसरे ओलंपिक में हिस्सा लेंगी जिसमें महिला स्पर्धा सात अगस्त से शुरू होकर 10 अगस्त तक चलेगी।
बृहस्पतिवार को पुरुषों की प्रतियोगिता शुरू हुई जिसमें शुभंकर शर्मा और गगनजीत भुल्लर उतरे। (भाषा)