भारतीय पुरुष और महिला टीम विश्व टेबल टेनिस चैम्पियनशिप के प्री क्वार्टरफाइनल में हार गयी लेकिन उनका प्रदर्शन उन्हें पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कराने के लिये काफी रहा। अपनी रैंकिंग के आधार पर टेबल टेनिस महिला और पुरुष टीम को साल 2008 के बाद ओलंपिक की टीम स्पर्धा में खेलने का मौका मिलेगा।
मनिका बत्रा की अगुआई वाली टीम राउंड 16 में चीनी ताइपे से 1-3 से हार गयी जबकि पुरुष टीम को प्रतियोगिता में दूसरी बार दक्षिण कोरिया से 0-3 से शिकस्त झेलनी पड़ी।प्रतियोगिता से क्वार्टरफाइनल में पहुंचने वाली टीम को ओलंपिक कोटा मिलना था लेकिन भारत की पुरुष और महिला टीम को अपनी विश्व रैंकिंग के आधार पर प्रवेश करने की उम्मीद है।
हालांकि अंतिम घोषणा पांच मार्च को की जायेगी जिसमें विश्व चैम्पियनशिप के अंक भी शामिल किये जायेंगे।
इस समय महिला टीम की रैंकिंग 17 और पुरुष टीम की 15 है।
दूसरे एकल में 36वीं रैंकिंग मनिका ने चेंग के खिलाफ पूरी कोशिश की लेकिन उन्हें 1-3 से मात मिली।भारतीय पुरुष टीम भी मजबूत कोरियाई खिलाड़ियों के खिलाफ कुछ नहीं कर सकी। हरमीत देसाई और शरत कमल ने क्रमश: जांग वूजिन और लिम जोंघून के खिलाफ एक गेम जीता लेकिन अपने मुकाबले हार गये। जी साथियान को ली सांग सु ने पराजित किया।
इससे पहले हरमीत देसाई के निर्णायक पांचवां मैच जीता जिससे भारतीय पुरुष टीम कजाखस्तान को 3-2 से हराकर प्री क्वार्टरफाइनल में पहुंची जबकि महिला टीम ने इटली पर 3-0 की आसान जीत से अंतिम 16 चरण में प्रवेश किया।
हरमीत पहले मैच में किरिल गेरासिमेंको से 2-3 से हार गये जिसके बाद सीनियर साथी और राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण पदक विजेता शरत कमल ने अलान कुरमांगालियेव से दो गेम पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए 3-2 से हराकर भारत को बराबरी पर ला दिया।
जी साथियान ने फिर 3-1 की आसान जीत से भारत को 2-1 से आगे कर दिया।शरत कमल हालांकि अपना दूसरा एकल मैच में किरिल से 1-3 से हार गये।निर्णायक मैच में हरमीत ने संयम बनाये रखा और 3-1 की जीत से पुरुष टीम को प्री क्वार्टरफाइनल में पहुंचा दिया।
महिला वर्ग में श्रीजा अकुला ने निकोलेटा स्टेफानोवा को 3-0 से, मनिका बत्रा ने जियोर्जिया पिकोलीन को 3-0 से और अयहिका मुखर्जी ने गाइया मोनाफार्डिनी को 3-1 से हराया जिससे टीम ने अंतिम 16 में प्रवेश किया।