Indian Olympic Association : भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) की अध्यक्ष पीटी उषा (P.T. Usha) ने बुधवार को कहा कि पेरिस ओलंपिक (Paris Olympics 2024) में भाग ले रहे खिलाड़ियों को उनकी पसंद का सहयोगी स्टाफ मुहैया कराने के लिए खेल मंत्रालय, आईओए और राष्ट्रीय महासंघों ने मिलकर बहुत अच्छा काम किया।
उन्होंने इस शानदार तालमेल पर गौर नहीं करने के लिए आलोचकों को लताड़ भी लगाई।
खेल मंत्रालय ने 26 जुलाई से शुरू होने वाले पेरिस ओलंपिक खेलों के लिए 117 खिलाड़ियों और सहयोगी स्टाफ के 140 सदस्यों को मंजूरी दी है। इनमें निजी कोच, मानसिक ट्रेनर और फिजियोथैरेपिस्ट भी शामिल हैं।
आईओए विशेष रूप से प्रसिद्ध खेल चिकित्सा विशेषज्ञ डॉ. दिनशॉ पारदीवाला के नेतृत्व में गठित 13 सदस्यीय खेल विज्ञान टीम भी दल के साथ भेज रहा है।
उषा ने बुधवार को जारी बयान में कहा,आईओए में हम एक ऐसे युग में प्रवेश कर चुके हैं, जहां खिलाड़ी हमारी योजना और तैयारियों के केंद्र में हैं। खिलाड़ियों और सहयोगी स्टाफ के सदस्यों के बीच सामान्य 3:1 अनुपात के बजाय हमने इसे 1:1 अनुपात से थोड़ा बेहतर करने के लिए कड़ी मेहनत की है।
उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों की हर मांग पूरी करने के प्रयासों के बावजूद कुछ रिपोर्टों में काम की नकारात्मक तस्वीर पेश करना निराशाजनक है।
उषा ने कहा, खेल मंत्रालय और इसकी इकाइयों, राष्ट्रीय खेल महासंघों और कॉर्पोरेट भागीदारों के साथ मिलकर आईओए ने शानदार टीमवर्क से काम किया है। यह देखकर हैरानी होती है कि कुछ लोगों ने इस तरह के तालमेल को पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया है।
ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाले 6 पहलवानों में से एक अंतिम पंघाल कथित तौर पर अपने चार सदस्यीय सहायक स्टाफ के लिए वीजा का इंतजार कर रही हैं, जिससे उनके अभ्यास में बाधा पड़ रही है।