निशानेबाजी के लिए मनु भाकर ने जब भारत के लिए कांस्य पदक जीता था तो खेल प्रेमियों ने इस बात पर गौर फरमाया था कि निशानेबाजी में निशानेबाज कान में इयर प्लग लगाता है ताकि शोर से ध्यान भंग ना हो। दो तरह के लैंस सामने होते है ताकि निशाने के बीच में दृश्य धुंधला ना हो।Pic Courtsey (X/@PicturesFoIder)
लेकिन तुर्की का एक वयो वृद्ध निशानेबाज ने इन सब उपकरणों का उपयोग किए बिना मिश्रित स्पर्धा में रजत पदक जीत लिया तो वह सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया। तुर्की के 51 वर्षीय निशानेबाज यूसुफ डिकेक इतने आराम पसंद थे या दूसरे शब्द में आत्मविश्वास से भरे हुए थे कि उन्होंने स्पर्धा के दौरान अपना एक हाथ पॉकेट में डाल रखा था।
बिना किसी स्पेशल गियर के 10 मीटर एयर पिस्टल की मिश्रित स्पर्धा में रजत पदक जीतने पर उनकी वाहवाही हो रही है। डिकेक का यह पांचवा ओलंपिक है, साल 2008 के बीजिंग ओलंपिक में उन्होंने पदार्पण किया।
हालांकि इस स्पर्धा के फाइनल में तुर्की जोड़ी डिकेक और सेवल इलयदा तरहान को सर्बिया की जोड़ी ज़ोराना अरुणोविच और दामिर माइकेक से 16-14 की हार मिली। लेकिन रजत पदक पर भी तुर्की जोड़ी को डिकेक के कारण इतनी सुर्खियां मिली जो जीतकर आई सर्बिया की जोड़ी को भी नहीं मिली।