नई दिल्ली। लोकसभा में वायु प्रदूषण के विषय पर चर्चा के दौरान अन्य चिंताओं के साथ-साथ एक सदस्य ने इस बात पर भी चिंता जताई कि इस पर्यावरण में हवा और घटा पर फिल्मी गाने कैसे बन पाएंगे? हालांकि गायक तथा वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री बाबुल सुप्रियो ने सदन को आश्वासन दिया कि सरकार द्वारा इस समस्या के समाधान के लिए जो उपाय किए जा रहे हैं, उसमें 'हवा के साथ साथ, घटा के संग संग' सभी चल पाएंगे।
निचले सदन में वायु प्रदूषण एवं जलवायु परिवर्तन पर नियम 193 के तहत चर्चा में हिस्सा लेते हुए भाजपा की सुनीता दुग्गल ने कहा, यहां बाबुल सुप्रियो हैं, हेमा मालिनी जी हैं, रवि किशन हैं। पुराने समय से हम 'जब चली ठंडी हवा, जब उठी काली घटा, 'हवा हवा ए हवा खुशबू लुटा दे, जैसे गाने सुनते आ रहे हैं लेकिन प्रदूषण के इस समय में फिर कैसे इस तरह के गाने बनेंगे?
इस पर चर्चा में हस्तक्षेप करते हुए वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री बाबुल सुप्रियो ने कहा, हम गंभीरता के साथ इस विषय को ले रहे हैं और इसे हल करने की कोशिश कर रहे हैं। और हमें उम्मीद है कि 'हवा के साथ साथ, घटा के संग संग' सभी साथी चलेंगे।