कन्हैया की उम्मीदवारी से उत्तर पूर्व दिल्ली बनी हॉट लोकसभा सीट

वृजेन्द्रसिंह झाला
North East Delhi Lok Sabha Seat: उत्तर पूर्व दिल्ली लोकसभा सीट पर जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार की उम्मीदवारी से मामला रोचक हो गया है। भाजपा ने यहां वर्तमान सांसद और भोजपुरी गायक मनोज तिवारी को एक बार फिर मैदान में उतारा है। इस लोकसभा क्षेत्र में बिहार और उत्तर प्रदेश मूल के लोग बड़ी संख्या में रहते हैं।

ऐसे माना जा रहा है कि यूपी और बिहार मूल के लोगों का रुझान जिस पार्टी की तरफ होगा, उसका जीतना लगभग तय है। अब भाजपा सांसद मनोज तिवारी इस सीट पर हैट्रिक बना पाते हैं या नहीं यह तो वक्त ही बताएगा, लेकिन उन्हें कन्हैया से कड़ी चुनौती मिलने वाली है। 
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साल 2009 में अस्तित्व में आई इस सीट पर एक बार कांग्रेस और दो बार भाजपा चुनाव जीत चुकी है। वर्तमान में इस सीट से भाजपा के मनोज तिवारी सांसद हैं और उन्होंने पिछला यानी 2019 का चुनाव दिल्ली की पूर्व मुख्‍यमंत्री और कांग्रेस की दिग्ग्ज नेता शीला दीक्षित को 3 हजार 66 हजार से ज्यादा वोटों से हराकर जीता था। 2014 का चुनाव तिवारी ने 1 लाख 44 हजार से ज्यादा वोटों से जीता था। 
 
हालांकि इन दोनों ही चुनावों में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार भी चुनाव लड़ रहे थे। 2014 में यदि कांग्रेस और आप उम्मीदवारों के वोटों को जोड़ लिया जाए तो उनकी संख्‍या मनोज तिवारी को मिले वोटों से ज्यादा है। इस चुनाव में आप के प्रो. आनंद कुमार 4 लाख 52 हजार वोट हासिल कर दूसरे स्थान पर रहे थे। मनोज तिवारी को 5 लाख 96 हजार से ज्यादा वोट मिले थे, जबकि कांग्रेस उम्मीदवार जय प्रकाश अग्रवाल 2 लाख 14 हजार से ज्यादा वोट मिले थे। 
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साल 2009 में इस सीट पर कांग्रेस के जयप्रकाश अग्रवाल को 5 लाख 18 हजार से ज्यादा वोट हासिल हुए थे और वे 2 लाख 22 हजार से ज्यादा वोटों से जीते थे। अग्रवाल ने भाजपा के बीएल शर्मा प्रेम (2,95,948) को चुनाव में हराया था। 
 
भाजपा की राह आसान नहीं : राजनीतिक पंडितों की मानें तो भाजपा एक बार फिर दिल्ली की सभी 7 सीटें जीत सकती है, लेकिन इस बार कांग्रेस और आम आदमी पार्टी मिलकर चुनाव लड़ रही हैं, ऐसे में मनोज तिवारी की राह आसान नहीं होगी। और, यदि केजरीवाल का इमोशनल दांव चलता है कि कोई आश्चर्य नहीं कि भाजपा के हाथ से यह सीट निकल भी जाए। 
 
10 में 7 विधानसभा सीटों पर आप : विधानसभा चुनाव के परिणामों पर गौर करें तो भी पलड़ा आम आदमी पार्टी का ही भारी दिखाई दे रहा है। पिछले ‍विधानसभा चुनाव में आप ने 10 में से 7 सीटें जीती थीं, जबकि भाजपा सिर्फ 3 सीटें ही जीत पाई थी। इस लोकसभा क्षेत्र में बुराड़ी, तीमारपुर, सीमापुरी, रोहतास नगर, सीलमपुर, घोंडा, बाबरपुर, गोकलपुर मुस्तफाबाद और करावल नगर विधानसभा सीटें आती हैं। इनमें से भाजपा करावल नगर, घोंडा और रोहतास नगर विधानसभा सीटें ही जीत पाई थी। 
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अच्छे वक्ता हैं कन्हैया : कांग्रेस उम्मीदवार कन्हैया कुमार जहां अच्छे वक्ता माने जाते हैं, जबकि मनोज तिवारी भोजपुरी गायक होने के कारण वहां के लोगों में काफी लोकप्रिय हैं। दोनों ही बिहार से आते हैं। तिवारी बिहार के कैमूर जिले से आते हैं, जबकि कन्हैया बेगूसराय ‍से आते हैं। 
 
जातीय गणित : इस लोकसभा क्षेत्र में मुस्लिम समाज की आबादी 21 फीसदी के लगभग है, जबकि यूपी और बिहार से संबंध रखने वाले मतदाताओं की संख्या करीब 28 फीसदी है। अनुसूचित जाति 16.3 प्रतिशत, वैश्य 4.68 प्रतिशत, पंजाबी 4 फीसदी, गुर्जर 7.5 फीसदी और ओबीसी की आबादी इस लोकसभा क्षेत्र में 21.75 फीसदी है। ऐसे में यह तय है कि यूपी और बिहार के मतदाता इस सीट के चुनाव परिणाम को काफी हद तक प्रभावित करेंगे।

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