Prayagraj Maha Kumbh 2025 : सोशल मीडिया (social media) पर महाकुंभ (Maha Kumbh) की दिव्यता के बारे में देख-सुनकर पाकिस्तान के सिंध प्रांत (Sindh province) के हिंदू श्रद्धालु खुद को यहां आने से रोक न सके। गुरुवार को सिंध से 68 हिंदू श्रद्धालुओं का एक जत्था प्रयागराज (Prayagraj) पहुंचा। सेक्टर-9 में स्थित श्रीगुरुकार्ष्णि के शिविर में बातचीत में सिंध से आए गोबिंदराम माखीजा ने बताया कि हमने जब से महाकुंभ मेले के बारे में सुना है, तब से हमारी इच्छा थी कि हम यहां आएं। हम खुद को यहां आने से रोक नहीं सके।
यहां अजब आनंद आ रहा है, बेहद खुशी हो रही है: माखीजा ने कहा कि यहां अजब आनंद आ रहा है, बेहद खुशी हो रही है। यहां का अनुभव बयां करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं। कल हम गंगा में डुबकी लगाएंगे। यहां आने पर हमें सनातन धर्म में जन्म लेने के गौरव की अनुभूति हो रही है।
अपनी संस्कृति को देखकर बहुत दिव्य अनुभव हो रहा : वहीं सिंध से आई प्रियंका ने कहा कि मैं पहली बार भारत और इस महाकुंभ में आई हूं। यहां अपनी संस्कृति को देखकर बहुत दिव्य अनुभव हो रहा है। मैं गृहिणी हूं और भारत आना मेरा सबसे बड़ा सौभाग्य है। हम पैदा ही वहां हुए और मुस्लिमों के बीच ही रहे। सिंध प्रांत में हिंदुओं के साथ बहुत भेदभाव नहीं है, जैसा कि मीडिया दिखाती है। लेकिन अपनी संस्कृति को जानने का मौका हमें यहां आकर मिल रहा है।
अखाड़ों के साधु-संतों से मिलने जाएंगे : चावला ने बताया कि कल रात हम महाकुंभ के इस शिविर में आए और 8 फरवरी को यहां से रायपुर जाएंगे जिसके बाद हम हरिद्वार की यात्रा करेंगे। हमारे जत्थे में लोग 6 अस्थि कलश लेकर आए हैं जिन्हें वे हरिद्वार में विसर्जित करेंगे। चावला ने कहा कि हम लोग आज शाम को अखाड़ों के साधु-संतों से मिलने जाएंगे और पूरे मेला क्षेत्र का भ्रमण करेंगे।(भाषा)