Prayagraj Mahakumbh : प्रयागराज महाकुंभ ने ऑटो चालकों, खान-पान की दुकान लगाने वालों से लेकर नाव चलाने वाले लाखों लोगों की जिंदगी बदल दी। ऐसे ही एक नाविक परिवार की सफलता की कहानी प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में विधानसभा में सुनाई। प्रयागराज के अरैल इलाके में रहने वाले नाविक पिंटू महरा का परिवार करोड़पतियों की कतार में शामिल हो गया। 130 नावों को महरा परिवार ने महाकुंभ में उतार दिया। दावा किया जा रहा है कि प्रयागराज के अरैल इलाके में रहने वाले नाविक पिंटू महरा के परिवार ने 45 दिनों में नाव के जरिए 30 करोड़ रुपए की कमाई की है।
प्रदेश सरकार के मुताबिक, प्रयागराज के अरैल इलाके में रहने वाले नाविक पिंटू महरा का परिवार करोड़पतियों की कतार में शामिल हो गया। पिंटू महरा का कहना है कि उन्होंने 2019 के कुंभ में नाव चलाई थी और उन्हें अनुमान था कि इस बार महाकुंभ में बहुत भारी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ आने वाली है।
पिंटू महरा के परिवार ने महाकुंभ के पहले 70 नावें खरीदीं। पहले से उनके 100 से अधिक सदस्यों वाले परिवार में 60 नावें थीं। इस तरह इन 130 नावों को महरा परिवार ने महाकुंभ में उतार दिया। पिंटू महरा और उनके परिवार का कहना है कि मुख्यमंत्री योगी और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रयास से आयोजित हुए इस महाकुंभ (की व्यवस्थाओं) ने उनकी ही नहीं, बल्कि हजारों नाविक परिवारों की जिंदगी बदल दी।
उन्होंने कहा कि जिन नाविकों ने कर्ज लेकर नावें खरीदीं, वो सब अब लखपति बन गए हैं। पिंटू की मां शुक्लावती देवी यह बताते हुए भावुक हो गईं कि उनके पति की मौत के बाद आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। पूरा परिवार परेशान था। उन्होंने कहा कि ऐसे में महाकुंभ उनके लिए संकट मोचक बनकर आया। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour