Maha Kumbh stampede : मौनी अमावस्या पर भगदड़ के बाद बसंत पंचमी अमृत स्नान के लिए योगी सरकार कितनी तैयार

गुरुवार, 30 जनवरी 2025 (18:56 IST)
Maha Kumbh stampede : महाकुंभ में मौनी अमावस्या के मौके पर भगदड़ के कारण 30 श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि 60 से अधिक श्रद्धालु घायल हो गए थी। रात में भीड़ का अत्याधिक दबाव और भगदड़ होने से हालात बेकाबू हो गए। मौनी अमावस्या के बाद महाकुंभ का तीसरा अमृत स्नान 3 फरवरी यानी बसंत पंचमी को है। जानिए योगी सरकार ने बसंत पंचमी के लिए कितनी तैयारियां की हैं। 
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स्पेशल अधिकारियों की तैयारी : भगदड़ हादसे के बाद महाकुंभ मेला की व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के लिए स्पेशल अधिकारियों को प्रयागराज बुला लिया गया है। 2019 में आयोजित कुंभ में अपनी सेवाएं दे चुके और प्रयागराज के मंडलायुक्त रहे यूपीपीसीएल के अध्यक्ष आशीष गोयल के साथ इलाहाबाद विकास प्राधिकरण के पूर्व वीसी भानु चंद्र गोस्वामी को महाकुंभ की व्यवस्थाएं संभालने के लिए भेजा गया है।
 
नहीं चलेगा VVIP पास : मेला क्षेत्र में अब किसी भी प्रकार के VVIP पास रद्द कर दिए गए हैं, जिससे अब कोई भी विशेष पास के माध्यम से वाहन को एंट्री नहीं दी जाएगी।
चार पहिया वाहनों पर रोक : बसंत पंचमी के अवसर पर शहर में चार पहिया वाहनों की एंट्री पर 4 फरवरी तक रोक लगा दी गई है। साथ ही, मार्गों को वन-वे किया गया है ताकि श्रद्धालु एक ही रास्ते से आएं और दूसरे से वापस जाएं। महाकुंभ के दौरान भारी भीड़ और ट्रैफिक को देखते हुए बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़ और एमपी से आने वाले मालवाहक वाहनों को 31 जनवरी तक यूपी के सीमावर्ती जिलों में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी। 
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सवारी वाहनों को भी रोका गया : मौनी अमावस्या पर हुए हादसे के बाद अब प्रयागराज से सटे जिलों से आने वाले सवारी वाहनों को जिले की सीमा पर रोका जा रहा है। हादसे के बाद मेला क्षेत्र को नो-व्हीकल जोन घोषित किया गया है, जिससे अब मेला क्षेत्र में किसी भी वाहन का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। मेला क्षेत्र में भीड़ के दबाव को नियंत्रित करने के लिए सीमावर्ती इलाकों में होल्डिंग एरिया बनाए गए हैं। (Edited by: Sudhir Sharma)

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