UP : 75 जेलों में पहुंचा संगम का जल, कैदियों ने किया स्‍नान, लिया यह संकल्‍प

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

शुक्रवार, 21 फ़रवरी 2025 (16:49 IST)
Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश की 75 जेलों में बंद कैदियों ने प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ में संगम से लाए गए जल से स्नान किया।उत्तर प्रदेश जेल प्रशासन ने इसके लिए व्यवस्था की। यह जल सामान्य पानी के साथ मिलाकर जेल परिसर के भीतर एक छोटे से टैंक में संग्रहित किया गया। बाद में कैदियों ने स्वेच्छा से प्रार्थना के बाद पानी से स्नान किया। इस आयोजन से कई कैदियों ने संकल्प लिया कि वे भविष्य में समाज सेवा में अपना जीवन समर्पित करेंगे और सकारात्मक कार्यों से जुड़ेंगे। राज्यभर में सात केंद्रीय जेलों सहित 75 जेलों में वर्तमान में 90000 से अधिक कैदी बंद हैं।
 
अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उत्तर प्रदेश जेल प्रशासन ने इसके लिए व्यवस्था की और प्रयागराज के संगम से जल को राज्यभर की 75 जेलों में पहुंचाया। प्रदेश सरकार में जेल मंत्री दारा सिंह चौहान ने लखनऊ जेल में कार्यक्रम की देखरेख की। उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, मुझे लगा कि दुनियाभर के लोग संगम तक पहुंच सकते हैं लेकिन हमारी जेल के कैदी ऐसा नहीं कर सकते। इसलिए हमने जेल में अपने कैदियों के लिए व्यवस्था करने का फैसला किया।
ALSO READ: Prayagraj kumbh 2025: यदि प्रयागराज कुंभ नहीं जा पा रहे हैं तो यहां जाएं तीर्थ का पुण्य प्राप्त करने
जेल विभाग के अधिकारियों ने बताया कि राज्यभर में सात केंद्रीय जेलों सहित 75 जेलों में वर्तमान में 90000 से अधिक कैदी बंद हैं। जेल महानिदेशक (डीजी) पीवी रामाशास्त्री ने बताया कि संगम से जल सभी जेलों में लाया गया और सामान्य पानी के साथ मिलाकर जेल परिसर के भीतर एक छोटे से टैंक में संग्रहित किया गया। अधिकारियों ने बताया कि कैदियों ने स्वेच्छा से प्रार्थना के बाद पानी से स्नान किया।
 
मेरठ जेल के अधीक्षक वीआर शर्मा ने बताया कि उत्तर प्रदेश के कारागार मंत्री दारा सिंह चौहान के निर्देश पर संगम नगरी प्रयागराज से गंगा जल मंगवाकर जेल परिसर में एक छोटा स्नानागार बनवाया गया है, जिसमें पानी भरा गया। शर्मा ने बताया कि मटके में प्रयागराज से लाए गए जल को उसमें मिलाकर उस जल से जेल में बंद कैदियों ने स्नान किया।
ALSO READ: Prayagraj kumbh 2025: प्रयागराज महाकुंभ में किस तारीख को होगा अंतिम स्नान?
उन्होंने बताया कि इस आयोजन से कई कैदियों ने संकल्प लिया कि वे भविष्य में समाज सेवा में अपना जीवन समर्पित करेंगे और सकारात्मक कार्यों से जुड़ेंगे। जेल अधीक्षक ने बताया कि महाकुंभ का लाभ हमारे जेल में बंद कैदियों को भी मिले, इस उद्देश्य से हमने प्रयागराज से गंगा का जल मंगवाया है।
 
उन्होंने बताया कि विधि-विधान से पंडितों के सानिध्य में मंत्रोच्चार के साथ पूजा-अर्चना कर जल को जेल की हौज में डाला गया ताकि उस हौज के पानी से जेल में बंद समस्त कैदी कुंभ स्नान का लाभ ले सकें। अधीक्षक ने बताया कि जेल प्रशासन की इस पहल से जहां कैदियों में खुशी का ठिकाना नहीं रहा, वहीं हर तरफ कैदियों के लिए किए गए इस कार्य की जमकर सराहना भी हो रही है।
ALSO READ: Prayagraj Mahakumbh : महाकुंभ में महिलाओं पर की आपत्तिजनक टिप्पणी, आरोपी के खिलाफ FIR दर्ज
उन्होंने बताया कि जेल प्रशासन द्वारा यह आयोजन कैदियों को धर्म, अध्यात्म और सनातन संस्कृति से जोड़ने के उद्देश्य से किया गया। बागपत जिला कारागार के प्रभारी उपजेल अधीक्षक प्रशांत कुमार ने बताया कि उत्तर प्रदेश शासन एवं कारागार मुख्यालय के निर्देशानुसार आज (शुक्रवार) पूर्वाबह्न करीब 10 बजे प्रयागराज महाकुंभ से अमृत कलश में लाए गए पवित्र जल से पूजन के बाद बागपत जेल में बंद सभी कैदियों को स्नान कराया गया।
 
उन्होंने बताया कि कैदियों ने अति उत्साह के साथ ‘गंगा मैया की जय’ और ‘महाकुंभ स्मरित रहे’ के जयघोष के साथ स्नान किया और इस के लिए उत्तर प्रदेश सरकार तथा जिला कारागार प्रशासन का आभार जताया। कुमार ने बताया कि कैदियों के स्नान के लिए जेल परिसर में एक हौज तैयार कर उसमें पानी भरा गया और मटके में लाए गए जल को मिलाया गया।
ALSO READ: क्‍या UP बनेगा 1 हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था, मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने दिया यह जवाब
उन्होंने बताया कि इसी जल से बंदियों द्वारा संगम के जल से सामूहिक रूप से एक साथ स्नान किया गया, जिससे बंदियों में उत्साह है। जेल प्रशासन का मानना है कि यह कदम न केवल कैदियों के धार्मिक पक्ष को संतुष्ट करेगा बल्कि उन्हें मानसिक शांति और सकारात्मक ऊर्जा भी प्रदान करेगा।
 
एक वरिष्ठ अधिकारी ने पूर्व में बताया था कि राज्यभर की सभी जेलों में बंद कैदियों को संगम से लाए गए जल से स्नान की अनुमति दी जाएगी। राज्‍य में करीब 90 हजार कैदी विभिन्न जेलों में बंद हैं। प्रयागराज में महाकुंभ मेला 26 फरवरी को समाप्त होगा। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour

वेबदुनिया पर पढ़ें

सम्बंधित जानकारी