मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुशील चंद्रा को लिखे एक पत्र में चन्नी ने कहा है कि अनुसूचित जाति समुदाय के कुछ प्रतिनिधियों द्वारा उनके यह संज्ञान में लाया गया है, जो राज्य की आबादी का लगभग 32 प्रतिशत हैं, कि गुरु रविदास जयंती 16 फरवरी को पड़ रही है।
सीएम चन्नी ने अनुरोध किया है कि मतदान की तारीख को इस तरह से बढ़ाया जा सकता है कि वे 10 फरवरी से 16 फरवरी तक बनारस जा सकें और विधानसभा चुनाव में भी भाग ले सकें। अत: यह उचित होगा कि पंजाब विधानसभा चुनाव 2022 के लिए मतदान कम से कम छह दिनों के लिए स्थगित कर दिया जाए ताकि लगभग 20 लाख लोग राज्य विधानसभा चुनाव में अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकें।
उल्लेखनीय है कि पंजाब में भी कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। अब तक राज्य में 6.56 लाख से ज्यादा लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। इनमें 6.02 लाख लोग ठीक हो चुके हैं, जबकि 16,754 लोगों की मौत हो गई। कुल 37,546 मरीजों का अभी इलाज चल रहा है।