उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा के कुशासन में कानून व्यवस्था रामभरोसे चल रही है। इस कारण महिला उत्पीड़न के मामले में राज्य चौथे स्थान पर पहुंच गया। इसी तरह मानव तस्करी में 2रे, अपहरण एवं हत्या के मामले में 8वें और साइबर अपराध में 4थे स्थान पर है।
उन्होंने कहा कि संगीन अपराधों में वृद्धि हुई है और राज्य सरकार लोगों को सुरक्षा प्रदान करने में पूरी तरह असफल रही है। इस कारण लोग असुरक्षित महसूस कर रहे हैं, जो दुखद प्रसंग है। राज्य में अपराध की दर 2.46 है, जो देश में 8वें स्थान पर है।
राजधानी जयपुर में बुरे हाल हैं, जो इस मामले में बड़े शहरों में वह 5वें स्थान पर है। डकैती में 75 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। अपहरण में 16, दुष्कर्म में 37, नकबजनी एवं हत्या में 6 प्रतिशत से अधिक, घर में लूट, चोरी एवं चेन छीनने के मामलें बढ़ने से आतंक का माहौल बना हुआ है।
उन्होंने महिला मुख्यमंत्री होते हुए भी महिलाओं और बच्चियों के प्रति अपराध में वृद्धि होने को शर्मनाक बताते हुए कहा कि राजस्थान में दुष्कर्म के मामले बढ़ने से वह इस मामले में देश में तीसरे स्थान पर पहुंच गया है। राज्य में महिला मुख्यमंत्री हैं लेकिन उन्होंने महिला एवं मुख्यमंत्री होने का कोई फर्ज नहीं निभाया है और रोज महिला उत्पीड़न के मामले दर्ज हो रहे हैं। इस कारण राज्य सरकार अपराध नियंत्रण में पूरी तरह असफल रही है।