Uttar Pradesh news in hindi : समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को कहा कि राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग करने वाले पार्टी के विधायकों में से कुछ जान बचाने के लिए और कुछ दबाव में भाजपा के साथ चले गए। उन्होंने इन सभी पर स्थापित नियमों के अनुरूप कार्रवाई करने की बात कही।
सपा प्रमुख ने कहा कि सोचिए सरकार का कितना दबाव है। सरकार की एक एजेंसी है एसटीएफ। कुछ लोग जान बचाने के लिए, कुछ लोग दबाव में और कुछ लोग सम्मान पाने के लिए (भाजपा के साथ) चले गए हैं। हमें उम्मीद है उन्हें सम्मान जल्दी मिलेगा।
क्या राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग करने वाले समाजवादी पार्टी के विधायकों के खिलाफ कोई कार्रवाई होगी, इस सवाल पार्टी अध्यक्ष ने कहा, 'जो स्थापित नियम हैं उनके तहत कार्रवाई होगी।'
उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी बात तो यह है कि जिस वोट से वह जीत कर आए हैं उसका सामना अब कैसे करेंगे। आप भाजपा से लड़ कर आए हैं। अब आपकी अंतरात्मा उन मतदाताओं के लिए क्या कहेगी। उन्हें क्या जवाब देंगे।
यादव ने तंज करते हुए कहा कि हमें तो याद है की बहुत बड़े पैमाने पर वे हमें इस बात की सूचना देते थे कि भाजपा और संघ क्या कर रहे हैं। हमें दुख इस बात का है कि अब वह जानकारी हमें कौन देगा।
उन्होंने कहा कि हमारा पीडीए (पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यक) परिवार बढ़ता जा रहा है। भाजपा को इसी बात की घबराहट है। इसी वजह से उसे पार्टियों को तोड़ना पड़ रहा है। भाजपा को अपना एक अलग सहयोगी दल या गुट बना लेना चाहिए जिसमें सिद्धांतहीन लोगों को शामिल किया जाए।
कुछ सपा विधायकों की क्रॉस वोटिंग की तैयारी के बारे में पार्टी नेतृत्व को भनक नहीं लगी, इस सवाल पर यादव ने कहा, जाने वाले को कोई रोक नहीं सकता। आपको यह सवाल मुझसे नहीं पूछना चाहिए। यह भाजपा से पूछना चाहिए जो मर्यादा पुरुषोत्तम राम जी की बात करते हैं, उनकी मर्यादा कहां है।
उन्होंने कहा कि आश्वासन (विधायकों को) दिया गया होगा कि मंत्री बनाया जाएगा, कुछ और बड़ा दे दिया जाएगा, किसी को लोकसभा चुनाव का टिकट दे देंगे। अभी तो वादे किए हैं, वे वादे कब पूरे होंगे और जब वादे पूरे नहीं होंगे तब भाजपा उन सबको कैसे रोक पाएगी।
उन्होंने रायबरेली की ऊंचाहार सीट से पार्टी विधायक मनोज पांडे की तरफ इशारा करते हुए कहा कि अभी कोई बता रहा था कि उन्हें रायबरेली लोकसभा का टिकट मिलेगा। अभी जब चुनाव हो जाएगा उसी समय पता लगेगा कि किसको पैकेज मिला और कौन खाली हाथ लौटा।
माना जा रहा है कि सपा के कम से कम सात विधायकों ने भाजपा के 8वें उम्मीदवार संजय सेठ के पक्ष में क्रॉस वोटिंग की है, जिससे उन्हें जीत मिली। हालांकि, क्रॉस वोटिंग की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं है।
सपा ने जया बच्चन, रामजी लाल सुमन और आलोक रंजन को उम्मीदवार बनाया था जिनमें से जया और सुमन ही चुनाव जीत सके। आलोक रंजन को हार का सामना करना पड़ा था। (भाषा)