त्योहार राखी का, बजट आपका!

ND
ND
भारत भर में मनाया जाने वाला और भाई-बहन के आत्मीय बंधन को और मजबूत करने वाला पर्व रक्षाबंधन अब आपके द्वार पर दस्तक देने आ पहुँचा है। त्योहारों के आते ही हर साल नित नए अलग-अलग त्योहारों पर बाजारों में खरीद-फरोख्त की दुकाने सजने लग जाती है। चाहे होली हो, दीपावली हो या फिर राखी। त्योहारों के दिन नजदीक आते ही मन में नया हर्षोल्लास जगमगाने लगता है।

त्योहार मनाना सभी को अच्छा लगता है पर क्या करें? सभी क‍ी यह‍ी चाहत होती है कि वे भी बाजारों के अनुरूप सजे सामानों से अपने घर का हर त्योहार मना सकें। लेकिन यह हर मध्यमवर्गीय परिवार के लिए मुमकिन नहीं होता है। आदमी चाहता तो बहुत कुछ लेकिन कर कुछ नहीं पाता क्योंकि दिनोंदिन बढ़ती महँगाई से लोगों का जीना दूभर हो गया है। और ऐसे में जब सर पर त्योहार आ जाते है तो मानो ऐसा लगता है जैसे आपके सिर पर तलवार लटक रही हो। इस बढ़ती महँगाई के दौर में बच्चों और परिवार की कई बातों को नजरअंदाज करना पड़ता है।

जो लोग बिजनेसमैन है, अच्छा खासा कमा रहे है, उन लोगों को त्योहारों पर कोई फर्क नहीं पड़ता। उनके सारे त्योहार वैसे ही मनते है जैसे रोज घर में दिवाली हो। जिन लोगों की आमदनी ठीक-ठाक है, वे भी अपनी रोजमर्रा की जिंदगी से थोड़ा-सा बचाकर अपना त्योहार तो मना ही लेते है।

ND
ND
लेकिन सबसे ज्यादा असर उन मध्यमवर्गीय परिवार पर पड़ता है या फिर रोजमर्रा मजदूरी करके जीवनयापन करने वालों पर। उनके लिए त्योहार का आनंद तो होता है लेकिन जेब गरम न होने (यानी कि बटुएँ में पैसे नहीं होने) की वजह से उनके त्योहार का रंग फीका पड़ जाता है। और वे लोग त्योहारों का असली लुफ्त नहीं उठा पाते।

ऐसे समय में बड़ा ही सोच का विषय तब बन जाता है जब आपके घर में चार-पाँबहन-बेटियाँ हो और त्योहार के मद्देनजर आपको सभी को कुछ न कुछ देना हो। तब खर्चे का सामंजस्य बिठाना बहुत मुश्किल हो जाता है। इस समय आप हिम्मत ना हारते हुए कुछ खास बातों का ध्यान रखकर त्योहार का आनंद उठा सकते है।

ND
ND
- त्योहार आने के एक माह पूर्व ही घर के बजट में थोड़ा-बहुत हेरफेर करके आमदनी का कुछ हिस्सा बचा कर रख लें। ताकि महँगाई के इस दौर में त्योहार वाले माह में आपको पैसे के लिए ज्यादा भागदौड़ न करनी पड़े।

- बच्चा अगर ज्यादा ऊँची और महँगी ड्रेस या राखी‍ खरीदने की माँग कर रहा हो तो उसका ध्यान थोड़ा डायवर्ट करके उसे कम कीमत की चीज लेने के लिए समझाएँ।

- आजकल बाजारों में त्योहारों के मौके पर कई सेल लगी होती है। आप वहाँ जाकर अपनी बजट के अनुसार चीजों का चयन करके अपनी बहन-बेटियों को गिफ्ट दे सकती है।

- बड़े-बड़े शॉपिंग मॉल्स में कई चीजें एक पर एक फ्री भी होती है। मौके का फायदा उठाकर आप दो चीजों को लेकर अलग-अलग गिफ्ट दे सकती है।

ND
ND
- जैसे राखियाँ, मिठाइयाँ सभी पर महँगाई की मार है तो आप घर पर ही राखी बनाकर उसका उपयोग कर सक‍ती है। ‍त्योहार पर घर पर मिठाई बनाने का अपना एक अलग ही मजा होता है। अपने पसंद और बजट अनुसार मिठाई को घर पर ही बनाकर उपयोग में लाएँ। इससे आपके पैसे की बचत होगी ही साथ ही आपकी चीज ज्यादा समय तक काम भी देंगी क्योंकि बाजार की मिठाई नपी-तुली आने से आप त्योहार का पूरा मजा नहीं उठा पाते। अगर आप घर पर मिठाई बनाती है तो निश्‍चित ही वह बाजार से आपको सस्ती भी पड़ेगी।

- ननद या बहन के छोटे-छोटे बच्चों के लिए छोटी-छोटी चीजें जैसे रूमाल, चुडि़याँ, बिंदी के पत्ते आदि ‍गिफ्ट भी खरीद सकते है। जिससे बच्चों को त्योहार का आनंद दुगुना हो जाएगा।

इस बातों पर थोड़ा-सा गौर फरमाकर आप महँगाई के इस दौर में भ‍ी त्योहार का सही लुफ्त उठा सकते हैं।

वेबदुनिया पर पढ़ें