किसी भी कार्य की शुरुआत अच्छे मुहूर्त में करना चाहिए। शुभ मुहूर्त में किए गए कार्य का परिणाम भी अच्छा आता है। भाई-बहन के इस पवित्र त्योहार के दिन बहन अपने भाई की कलाई पर मंगल मुहूर्त में राखी बांधती है, उससे भाई की उन्नति, आयु व आय में वृद्धि होती है।
राखी के दिन ब्राह्मण बंधु जनेऊ (यज्ञोपवित्र) बदलते हैं, यह श्रावणी कर्म कहलाता है। इस बार जनेऊ बदलने का मुहूर्त- सुबह 06.32 से 8.44 तक (कर्क लग्न) है।