2017 में रक्षा बंधन पर चंद्र ग्रहण है जो रात्रि 10.52 से शुरू होकर 12.22 तक रहेगा। चंद्र ग्रहण से 9 घंटे पूर्व सूतक लग जाएगा। इससे पहले भद्रा का प्रभाव रहेगा। चंद्रग्रहण पूर्ण नहीं होगा बल्कि खंडग्रास होगा। भद्रा योग और सूतक में राखी नहीं बांधनी चाहिए। चंद्र ग्रहण के प्रभाव के चलते मंदिरों के कपाट बंद रहेंगे। इस दौरान पूजा-पाठ नहीं होगा। जब सूतक आरंभ हो जाता है तो केवल मंत्रों का जाप किया जा सकता है। इस दौरान किसी भी तरह का शुभ काम नहीं होता।
राशियों पर शुभ और अशुभ प्रभाव
चंद्र ग्रहण मुख्य रूप से मेष, सिंह, वृश्चिक, व मीन राशि वाले के लिए शुभ, वृष, मिथुन, कर्क, कन्या, तुला, धनु, मकर और कुंभ राशि वाले जातकों के लिए अशुभ होगा।
इसीलिए गौहाटी के कामाख्या मंदिर और वेस्ट बंगाल के रामपुरहाट के तारापीठ इत्यादि मंदिरों पर हजारों की संख्या में भक्त ,साधक ऋषि-मुनि सभी भक्तजन मंदिरों के बाहर अपने किसी ना किसी जाप या इष्टदेव को सिद्ध करने में लगे रहते हैं।